नई दिल्ली। आखिरकार पार्टी की टेढ़ी नजरों से घबराई भाजपा सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने गोडसे को देशभक्त बताने पर माफी ली।
बता दें कि इस बयान को लेकर विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर था। 29 नवंबर को लोकसभा में उन्होंने कहा कि उनकी बात को गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि वो महात्मा गांधी का सम्मान करती हैं और यदि उनके बयान से किसी को ठेस पहुंची है तो इसके लिए उन्हें खेद है। इसके बाद प्रज्ञा ने पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का नाम लिए बगैर कहा कि लोकसभा के एक सदस्य ने उन्हें सार्वजनिक रूप से आतंकवादी कहा है, जो अनुचित और गैरकानूनी है। उन्होंने कहा कि जिस समय यूपीए सरकार का शासन था, उस समय उनके खिलाफ षड्यंत्र करके उन्हें जेल भेजा गया, प्रताड़ित किया गया और उन्हें आतंकवादी साबित करने की पुरजोर कोशिशें की गईं थीं। प्रज्ञा ने कहा कि बिना आरोप साबित हुए उन्हें आतंकी कहा गया जो गैर-कानूनी है।
गौरतलब है कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को अपने ट्विटर पर लिखा था कि आतंकी प्रज्ञा, महात्मा गांधी के हत्यारे आतंकवादी को देशभक्त कह रही हैं। यह भारतीय संसद के इतिहास का सबसे काला दिन है।