नायब तहसीलदार मोहन लाल यादव का कहना है
काशीपुर । तहसील में दाखिल खारिज की फाइल पास कराने को लेकर वकील और नायब तहसीलदार के बीच जमकर विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों पक्षों ने एक दूसरे के विरूद्ध कोतवाली में तहरीर दी है।
तहसील में आज इस बात को लेकर देर शाम जमकर हंगामा हुआ। अधिवक्ता यामीन सिद्दीकी एक दाखिल खारिज की फाइल पर दस्तखत कराने के लिए आये जिस पर नायब तहसीलदार मोहन लाल यादव ने हस्ताक्षर कर दिये। बाद में जब नायब तहसीलदार को बताया गया कि इस फाइल पर आपत्ति दर्ज की गई थी। जिस पर उन्होंने पुन: फाइल मंगाई और उसे निरस्त कर दिया। आरोप है कि इससे कुपित होकर एडवोकेट यामीन सिद्दीकी ने नायब तहसीलदार मोहन यादव के कक्ष में आकर उनसे गाली गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी दी। साथ ही नायब तहसीलदार के कक्ष में रखी फाइलों को फाड़ने की कोशिश भी की।
उधर अधिवक्ता यामीन सिद्दीकी ने भी नायब तहसीलदार पर दाखिल खारिज के नाम पर रिश्वत मांगे जाने का आरोप लगाते हुए पुलिस को दी तहरीर में कहा कि दाखिल खारिज की फाइल 15-20 दिनों से नायब तहसीलदार मोहनलाल यादव ने लटका कर रखी है और पास नहीं की। जब उन्होंने इसका कारण पूछा तो नायब तहसीलदार ने उनके कैम्प में आकर उनके साथ अभद्र व्यवहार किया। तहसील परिसर में हुआ यह हंगामा चर्चा का विषय बना हुआ है।