@शब्द दूत ब्यूरो (14 मई 2025)
सऊदी अरब में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक ऐसे व्यक्ति से मुलाकात की जिस पर आतंकी संगठन का प्रमुख होने के चलते एक करोड़ डॉलर का इनाम अमेरिका ने रखा था। डोनाल्ड ट्रम्प की इस मुलाकात से पूरी दुनिया में विवाद की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
आपको बता दें कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में सऊदी अरब में एक इन्वेस्टमेंट फोरम को संबोधित करते हुए सीरिया पर लगाए गए प्रतिबंध हटाने का ऐलान किया था। डोनाल्ड ट्रंप ने इस फैसले का ऐलान करते हुए कहा था कि हम सीरिया को एक मौका देना चाहते हैं। और इस ऐलान के एक दिन बाद ही अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप सीरिया के नेता अहमद अल-शरा से मुलाकात भी की है। दोनों नेताओं की मुलाकात सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की मौजूदगी में हुई।
दुनिया भर में डोनाल्ड ट्रम्प की अल शरा से मुलाकात इसलिए विवादास्पद हो रही है कि अल-शरा को अमेरिका ने आतंकी घोषित करने के साथ ही उन पर एक करोड़ का इनाम भी घोषित कर रखा था। अल शरा को अबू मोहम्मद अल-गोलानी के नाम से भी जाना जाता था। गोलानी इराक पर अमेरिकी आक्रमण के बाद वहां लड़ने गए विद्रोहियों में भी शामिल थे. अमेरिका ने अल-शरा पर एक करोड़ अमेरिकी डॉलर का इनाम घोषित किया था। डोनाल्ड ट्रंप के साथ हुई अल-शरा की मुलाकात के दौरान तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन भी फोन कॉल के जरिये संपर्क में रहे।
सीरिया के चरमपंथी नेता अहमद अल-शरा सीरिया के संगठन हयात तहरीर अल-शाम के प्रमुख हैं, जिसका नाम अमेरिका की प्रतिबंधित संगठनों वाली लिस्ट में है। सीरिया में बशर अल-असद सरकार के तख्तापलट में भी इस संगठन की भूमिका अहम मानी जाती है। अल-शरा को अमेरिका के साथ ही कई देशों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने आतंकी घोषित कर रखा है। अल-शरा की अगुवाई वाले संगठन हयात तहरीर अल-शाम का नाम भी कई निकायों की प्रतिबंधित संगठनों की सूची में है। ऐसे में ट्रंप की सीरियाई नेता से मुलाकात पर सवाल भी उठ रहे हैं