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ब्रेकिंग : पांचवीं बार मारा गया बगदादी, ट्रंप ने की पुष्टि

शब्द दूत डेस्क

वाशिंगगटन । आईएस आईएस सरगना अबूबकर बगदादी पांचवी बार मारा गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप  ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इस्लामिक स्टेट सरगना अबू बकर अल बगदादी यूएस स्पेशल ऑपरेशन फोर्सेज की कार्रवाई में मारा गया है। दुनिया भर में खौफ कायम करने वाला बगदादी दुनिया के सबसे खूंखार और हिंसक संगठन आईएसआईएस का संस्थापक और सरगना था।

राष्ट्रपति ट्रंप ने बताया कि बगदादी के खात्मे का यह  ऑपरेशन लगभग दो घंटे तक चला। अमेरिकी स्पेशल फोर्सेज से डर कर  वह अपने आखिरी समय में खूब रो रहा था, चीख-पुकार कर रहा था। मौत से बचने के लिए वह एक सुरंग में भागने की कोशिश में मारा गया। बगदादी के पीछे अमेरिकी सेना के कुत्ते दौड़ रहे थे। जिस शख्स ने दूसरों को डराने-धमकाने की इतनी कोशिश की, उसने अपने अंतिम क्षणों को पूरी तरह से डरा हुआ था। उसे अमेरिकी फौज का खौफ सता रहा था।

मौत से बचने का कोई चारा नहीं दिखाई दिया तो जैसे ही 
अमेरिकी सेना के कुत्ते बगदादी के बहुत नजदीक पहुंच गए  उसने विस्फोटकों से भरा जैकेट पहनकर खुद को उड़ा लिया। इस घमाके के दौरान सुरंग धंस गई और बगदादी अपने तीन बच्चों के साथ मारा गया। इसके बाद मलबों से बगदादी का शरीर क्षत-विक्षत शव बरामद किया गया। इस दौरान 11 बच्चों को वहां से सुरक्षित निकाल लिया गया। अमेरिकी सेना ने उसके मृत शरीर को मलबे से निकालकर डीएनए टेस्ट किया, तब इसकी पुष्टि हो सकी कि बगदादी वास्तव में मारा गया है।

बता दें कि इससे पहले भी चार बार बगदादी के मारे जाने की खबरें आ चुकी थी लेकिन इस बार बगदादी की मौत की पुष्टि के बाद ही यह घोषणा की गई है। बगदादी के मौत की पहली खबर छह सितंबर 2014 को जारी हुई थी। कहा गया था कि गठबंधन सेनाओं के हवाई हमले में वह गंभीर रूप से घायल हो गया और कुछ दिनों बाद उसकी मौत हो गई।

इससे कुछ समय पहले ही आईएसआईएस ने ब्रिटिश पत्रकार का गला काटने के वीडियो को जारी किया था। लेकिन, 13 नवंबर 2014 को बगदादी का एक ऑडियो संदेश जारी हुआ जिसने उसकी मौत को लेकर किए जा रहे दावों को झूठा साबित कर दिया।
दूसरी बार 27 अप्रैल 2015 बगदादी के मरने की खबर खबर सीरिया के गोलन हाइट्स इलाके से आई। यह वही गोलन हाइट्स है जिसको लेकर सीरिया और इस्राइल में हमेशा से तनातनी चलती रहती है। इस बार ईरान के सरकारी रेडियो ने दावा किया था कि गठबंधन सेनाओं के हवाई हमले में बगदादी घायल हो गया।

जिसके बाद 27 अप्रैल को सीरिया के गोलन हाइट्स इलाके में स्थित एक अस्पताल में बगदादी ने दम तोड़ दिया। इतना ही नहीं। पड़ोसी देश इराकी की न्यूज एजेंसी अलगाद प्रेस और अल-युम अल-तामेन ने बगदादी के मौत की पुष्टि की थी। लेकिन, जुलाई 2015 में बगदादी को फिर देखा गया।

तीसरी बार  12 अक्टूबर 2015  कहा गया कि इराक-सीरिया सीमा के समीप अपने लड़ाकों के साथ सुरक्षित स्थान पर जाने की कोशिश कर रहा बगदादी अमेरिकी फौज के भीषण हमले में अपने तीन साथियों के साथ मारा गया। लेकिन नवंबर अंत में बगदादी ने खुद संदेश जारी कर इसका खंडन किया।

चौथी बार 9 जून 2016 को दावा किया गया कि सीरिया के रक्का शहर जाने की कोशिश के दौरान अमेरिकी फौज ने बगदादी को मार गिराया। कहा गया कि अमेरिकी फौज ने कारों के काफिले में छिपकर रक्का जाने की कोशिश कर रहे आईएसआईएस सरगना को हवाई हमले में मार दिया है। लेकिन, बाद में पता चला कि बगदादी उस काफिले में शामिल ही नहीं था।

बगदादी 29 जुलाई 1971 को इराक के सामर्रा में जन्मा था।  बगदाद के इस्लामी विज्ञान विश्वविद्यालय से इस्लामी विज्ञान में मास्टर डिग्री फिर पीएचडी किया। 04 अक्तूबर 2011 को अमेरिका ने प्रतिबंधित सूची में शामिल करते हुए एक करोड़ डॉलर का इनाम घोषित किया। 16 दिसंबर 2016 को राशि बढ़ाकर ढाई करोड़ अमेरिकी डॉलर कर दी गई। 2003 में अमेरिकी आक्रमण के दौरान उसने अमेरिकी फौज के खिलाफ लड़ा। 2005 से 2009 तक जेल में रहा। 2010 में वह अलकायदा का कमांडर बन गया और 2014 में बगदादी ने खुद को खलीफा घोषित किया।

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