देहरादून। उत्तराखंड में डेंगू के मरीजों की संख्या 1400 के पार पहुंच चुकी है। ऐसे में में प्रदेश के मुखिया इसको लेकर मजाक कर रहे हैं। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का एक बयान आज डेंगू से पीड़ित जनता के साथ उनकी संवेदनहीनता का परिचायक बन गया है।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिह रावत ने आज जो कुछ कहा वह अपने आप में हैरान कर देने वाला है। कोई मुख्यमंत्री अपने ही प्रदेश की बीमारी से पीड़ित जनता को लेकर मजाक आखिर कैसे कर सकता है। जी हाँ, मुख्यमंत्री कहते हैं कि कांग्रेस ने षड्यंत्र के तहत डेंगू के मच्छर फैलाये हैं। यह बात मुख्यमंत्री ने तब कही जब कांग्रेस ने भाजपा सरकार डेंगू से निपटने में असफल होने के आरोप लगा कर हमला किया है।
यही नहीं मुख्यमंत्री ने साफ तौर पर कहा कि डेंगू के मच्छर सरकार के घर में पैदा नहीं होते। हालांकि मुख्यमंत्री यह भी कहते नजर आये कि जब सरकार पर असफलता का आरोप लगाया जा सकता है तो मैं भी कह सकता हूं कि विपक्ष कांग्रेस के षडयंत्र का परिणाम है डेंगू।
मुख्यमंत्री ने ये बात मजाक में कही हो तो एक राज्य के मुखिया डेंगू की रोकथाम में असफल होने पर मजाक करते हैं तो यह कुछ अटपटा लगता है। मुख्यमंत्री कहते हैं कि विपक्ष को ऐसे आरोप नहीं लगाने चाहिए। पर क्या मुख्यमंत्री को डेंगू की रोकथाम के उपाय नहीं करने चाहिए? ऐसा अब विपक्ष के नेताओं का कहना है।