@शब्द दूत ब्यूरो (17 सितंबर 2023)
काशीपुर। मुर्गा यानि चिकन का नाम सुनते ही इसके शौकीन लोगों के मुंह में पानी आना स्वाभाविक है। और अगर यही मुर्गा सस्ते दामों में मिले तो इसके शौकीनों की खुशी का ठिकाना नहीं होता। पर काशीपुर में सस्ता मुर्गा बेचने को लेकर इसके दुकानदारों में आपस में ठन गई है।
काशीपुर के कटोराताल मोहल्ले में पुलिस चौकी से मीट चौराहे तक अनेक चिकन की दुकानें हैं। जहां दिन भर इसके शौकीनों की भीड़ लगी रहती है। लेकिन बीती रात यहां एक अघोषित बैठक में काफी गहमागहमी रही। भीड़ इतनी कि पूरी सड़क पर जाम की सी स्थिति पैदा हो गई।
दरअसल यहां एक दुकानदार ने सस्ते दामों में मुर्गे का मीट बेचना शुरू कर दिया। अब इससे अन्य दुकानदारों को दिक्कत होने लगी। क्योंकि सस्ते में मुर्गा खरीदने वाले उसी दुकान पर जाने लगे। अन्य दुकानदारों के व्यवसाय पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ने लगा। बाकी दुकानदार सस्ता मुर्गा बेचने का विरोध करने लगे। जबकि सस्ते दामों में बेचने वाले दुकानदार ने साफ इंकार कर दिया कि वह मुर्गे के दाम नहीं बढ़ायेगा।
इसी बात को लेकर खान मेडिकल स्टोर के पास एक मीट की दुकान पर बैठक भी हुई। जहां देर तक बहसबाजी और गहमागहमी के बाद भी सस्ते दामों में मुर्गे बेचने वाले ने दाम बढ़ाने से इंकार कर दिया।
सस्ते दामों में मुर्गे बेचने वाला दुकानदार स्वार का बताया जाता है। ऐसे में मुर्गे के मीट के दामों पर घमासान अभी और बढ़ने की आशंका है। लेकिन एक बात है इससे मुर्गे को कोई राहत नहीं मिलने वाली उसने तो कटना ही है। अब सस्ते दामों में कटे या महंगे दामों में।