@शब्द दूत ब्यूरो (17 अगस्त, 2023)
बदरीनाथ मास्टर प्लान के मुद्दे पर कांग्रेस ने धामी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेस का आरोप है कि पहले देवस्थानम बोर्ड गठित कर भाजपा की सरकारों द्वारा तीर्थ पुरोहितों के साथ अन्याय अत्याचार व शोषण किया गया। बाद में पंडा-पुरोहितों के वर्षों के संघर्ष के बाद भाजपा की सरकार को देवस्थानम बोर्ड को भारी जन दबाव के चलते निरस्त करना पड़ा।
कांग्रेस का यह भी मानना है कि केदारनाथ धाम के 230 किलो सोने के पीतल में तब्दील हो जाने से समूचे देश मे उत्तराखंड की किरकिरी हुई और उसका सच अभी तक बाहर निकाल कर नहीं आया है। अब बदरीनाथ धाम में व्यापारियों और तीर्थ पुरोहितों के साथ धामी सरकार अत्याचार कर रही है और बिना नोटिस के वहां पीढ़ियों से रह रहे पुरोहित और व्यापारियों की दुकान और मकान बिना सूचना दिए तोड़े जा रहे हैं।
कांग्रेस नेता मथुरा दत्त जोशी ने कहा कि ये सब बदरीनाथ मास्टर प्लान के तहत किया जा रहा है। कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि इस प्लान के तहत सरकार को भूमि अधिग्रहण की जरूरत थी तो उससे पहले दुकान और मकान के मालिकों को विश्वास में लेने की जरूरत थी। और उन्हें उचित मुआवजा दिया जाना चाहिए था।
मथुरा दत्त जोशी ने आरोप लगाते हुए कहा कि धर्म के नाम पर राजनीति करने वाली पार्टी की सरकार द्वारा धर्म के ध्वज वाहको के हितों पर कुठाराघात करते हुए उनके सामने राटी-रोजी का गंभीर संकट खड़ा कर दिया है। जोशी ने कहा कि सरकार पहले पण्डा पुरोहितों को पुर्नवासित करना चाहिए था, उन्हें सही स्थान पर दुकान देकर उनकी रोजी- रोटी का इंतजाम करना चाहिए था। ऐसा न करके भाजपा की सरकार ने पण्डा पुरोहितों के सामन गंभीर संकट खड़ा कर दिया है।