@शब्द दूत ब्यूरो (25 जून 2023)
मिस्र की अपनी यात्रा के दूसरे दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज यहां की ऐतिहासिक बोहरा दाऊदी समुदाय की मस्जिद में पहुंचकर वहां की नक्काशी और बोहरा मुस्लिम समुदाय के योगदान की तारीफ की।
पीएम मोदी का मस्जिद पहुंचने पर दाऊदी बोहरा समुदाय ने उनका स्वागत किया और उन्हें स्मृति चिन्ह भेंट किए । पीएम मोदी ने यहां दाऊदी बोहरा समुदाय के लोगों से बात की। मस्जिद को दोबारा बनाने में दाऊदी बोहरा समुदाय का बड़ा योगदान रहा है।
इस मस्जिद का बोहरा इस्माइली शिया संप्रदाय के लिए विशेष महत्व है। इस मस्जिद के रेनोवेशन का श्रेय भारतीय बोहरा समुदाय के सुल्तान मुफद्दल सैफुद्दीन और उनके आध्यात्मिक नेता 53वें अल-दाई अल-मुतलक को जाता है।
इससे पहले पीएम मोदी यहां के धार्मिक नेताओं से मिले हैं मिस्र की ऐतिहासिक मस्जिद पहुंचे पीएम मोदी ने हेलियोपोलिस कब्रिस्तान में भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि दी।
प्रथम विश्व युद्ध के समय मिस्र और फिलिस्तीन की लड़ाई में भारतीय सैनिक शहीद हुए थे। जिन शहीदों ने अपने प्राणों की आहुति दी उन्हें पीएम मोदी ने श्रद्धा सुमन अर्पित किया। इस लड़ाई में करीब 4,000 भारतीय सैनिक शहीद हुए थे।
यहां बता दें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का बोहरा मुस्लिम समुदाय से गहरा लगाव है जो कई सालों से गुजरात में भी हैं। यह उनके लिए बोहरा समुदाय के एक बहुत ही महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल पर फिर से जाने का अवसर होगा।” ऐतिहासिक मस्जिद का नामकरण 16वीं सदी के फातिमिया खलीफा के नाम अल हाकिम बामिर अल्लाह पर किया गया था और यह दाऊदी बोहरा समुदाय के लिए अहम धार्मिक और सांस्कृतिक स्थल है। मोदी के प्रधानमंत्री बनने से पहले ही दाऊदी बोहरा समुदाय से काफी पुराने और अच्छे रिश्ते हैं।