पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के पहले चरण में जमकर वोटिंग होने के बाद अब दूसरे चरण की तैयारियां शुरू हो गई हैं। दूसरे चरण में सबसे ज्यादा दिलचस्प मुकाबला नंदीग्राम सीट पर है। यहां से टीएमसी सुप्रीमो और राज्य की सीएम ममता बनर्जी और उनके मुकाबले में बीजेपी से शुभेंदु अधिकारी मैदान में हैं। वहीं संयुक्त मोर्चे से चुनौती दे रही हैं युवा मीनाक्षी मुखर्जी। मीनाक्षी अपनी जीत को लेकर आश्वस्त हैं।
पैदल ही 17 पंचायतों में अपने मतदाताओं से मिलते उन्हें नंदीग्राम में देखा जा सकता हैं या फिर खुले ऑटो में घूमते। ऐसे में हेलिकॉप्टर या गाड़ियों की लाइन में अपनी चुनौती पर वो कहती हैं कि धनबल के सामने जनबल को जीतना चाहिए। धनबल के सामने अगर जनबल को जीतना है तो बेरोजगारों को रोजगार देना होगा, महिला को सम्मान, किसानों को फसलों का, श्रमिकों के पसीने का दाम देना होगा। नंदीग्राम यही चाहता है।
धनबल के सामने जनबल को जीतना चाहिये, ऐसा हो नहीं रहा है इसलिये भारत की जीडीपी माइनस 23 फीसद है। ममता बनर्जी और शुभेंदु अधिकारी के बीच उनकी चुनौती के सवाल पर मीनाक्षी कहती हैं ममता बनर्जी के खिलाफ शुभेंद को क्यों देख रहे हैं, 17 पंचायत में लोगों को घर नहीं मिला है। एक तरफ जनता है दूसरी तरफ जनता को लूटने वाले ए टीम और बी टीम है। 10 साल जिन्होंने ममता का हथकंडा इस्तेमाल करके लूटा है वही आज बीजेपी में हैं और ममता बीजेपी के नेताओं को फोन करके बोल रही हैं कि मुझे वोट दो।
मीनाक्षी ने कहा अगर चुनाव आयोग और पुलिस फोर्स अपने दायित्व का निर्वहन अच्छे से करे तो नंदीग्राम में बीजेपी और तृणमूल को वोट नहीं मिलेगा। किसी वक्त पर नंदीग्राम में वाम मोर्चे का वर्चस्व था लेकिन 2011 के चुनाव में तृणमूल कांग्रेस ने ये सीट उससे छीन ली थी। 2016 के चुनाव में भी टीएमसी के टिकट पर शुभेंदु अधिकारी ने जीत हासिल की थी।