@शब्द दूत ब्यूरो
केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में किसान आंदोलन को 100 दिन से ज्यादा वक्त बीत गया है। सरकार और किसानों के बीच कोई भी रास्ता निकलता हुआ नहीं दिख रहा है। इसी बीच किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि फिर से दिल्ली में घुसना होगा। राकेश टिकैत ने ट्वीट किया, ‘किसानों को फिर दिल्ली में घुसना होगा और बैरिकेड तोड़ने होंगे।’ बता दें, राकेश टिकैत पूरे देश में अलग-अलग राज्यों में किसान महापंचायत कर रहे हैं।
जयपुर में किसान महापंचायत में राकेश टिकैत ने केन्द्र पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार ने लोगों को जाति-धर्म में बांटा लेकिन अब अन्नदाता बंटने वाले नहीं हैं और जरूरत पड़ी तो वे संसद में भी अपनी फसल बेचकर दिखाएंगे। केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘इन्होंने (सरकार) जाति में बांटा, धर्म में बांटा। अब किसान बंटने वाला नहीं है। किसानों से जब कहा जाए उन्हें तभी दिल्ली की तरफ चलना होगा। दिल्ली के बैरिकेड फिर तोड़ने पड़ेंगे।’
साथ ही उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री ने कहा कि किसान अपनी फसल को कहीं भी बेच सकता है। हम कहीं पर भी अपनी फसल बेच कर दिखायेंगे। मंडी के बाहर बेच कर दिखायेंगे, जो भारत सरकार का रेट है उस पर बेच कर दिखायेंगे और संसद में भी अपनी फसल बेच कर दिखायेंगे।’
केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में जारी आंदोलन की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘पूरे देश में आंदोलन शुरू हो चुके हैं। किसानों को जागना पड़ेगा खासकर युवा साथियों की बड़ी जिम्मेदारी है कि आप चलो.. बढो.. जागो.. उठो और लड़ो।” उन्होंने कहा कि इस देश में ‘जय श्री राम’ और ‘जय भीम’ के नारे इकठ्ठे लगेंगे तभी देश बचेगा वरना देश लुट गया।