@शब्द दूत ब्यूरो
नई दिल्ली। जस्टिस एनवी रमना को भारत के अगले मुख्य न्यायाधीश बनाने के लिए सिफारिश की गई है। मुख्य न्यायाधीश एसए बोबडे ने केंद्र को जस्टिस रमना के नाम की सिफारिश अगले मुख्य न्यायाधीश के तौर पर की है। मुख्य न्यायाधीश बोबडे 23 अप्रैल को रिटायर होने जा रहे हैं। जस्टिस रमना का मुख्य न्यायाधीश के रूप में एक साल और चार महीने का कार्यकाल होगा। वो आंध्र प्रदेश के कृषि परिवार से संबंध रखते हैं। उन्हें जून 2000 में आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय के स्थायी न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था। फरवरी 2014 में सुप्रीम कोर्ट के जज बनने से पहले दिल्ली हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रहे।
जस्टिस रमना की बेंच ने जम्मू और कश्मीर में इंटरनेट प्रतिबंधों पर फैसला दिया था कि इंटरनेट के निलंबन को तुरंत समीक्षा करनी चाहिए। जिसके बाद सरकार ने प्रतिबंध हटा दिया। जस्टिस रमना उस पांच जजों की बेंच का हिस्सा थे, जिसने कहा था कि मुख्य न्यायाधीश ऑफिस आरटीआई के तहत आएगा।
माना जा रहा है कि ये सिफारिश करने से पहले सीजेआई बोबडे ने जस्टिस रमना के खिलाफ आंध्र प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री वाइएस जगमोहन रेड्डी की शिकायत को खारिज किया है। अब शिकायत खारिज होने के बाद सिफारिश की चिट्ठी सरकार तक जाने के बाद जस्टिस रमना के देश की सर्वोच्च अदालत का मुखिया नियुक्त होने का रास्ता साफ हो गया है।