@नई दिल्ली शब्द दूत ब्यूरो
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) तथा दवाओं पर नज़र रखने वाली यूरोपीय संस्था द्वारा एस्ट्राज़ेनेका वैक्सीन के सुरक्षित होने की बात कहे जाने के बावजूद यूरोपीय यूनियन के सबसे बड़े देशों ने खून के थक्के जमने की आशंका के चलते कई अन्य मुल्कों की तरह एस्ट्राज़ेनेका वैक्सीन का इस्तेमाल बंद कर दिया है।
कई देशों द्वारा एस्ट्राज़ेनेका वैक्सीन का प्रयोग बंद कर देने की बात कहे जाने के बाद दोनों संगठन इस सप्ताह विशेष बैठकें करेंगे। वैक्सीन का इस्तेमाल इस तरह बंद किया जाना वैश्विक वैक्सीनेशन अभियान को बड़ा झटका है, क्योंकि विशेषज्ञों के अनुसार, दुनियाभर में 26 लाख से ज़्यादा लोगों की जान ले चुकी और वैश्विक अर्थव्यवस्था को चरमरा देने वाली महामारी को खत्म करने के लिए वैक्सीनेशन बेहद अहम है।
यूरोपीय यूनियन के तीन सबसे बड़े देशों – जर्मनी, इटली और फ्रांस ने वैक्सीन का इस्तेमाल रोक दिया है, और फिर स्पेन, पुर्तगाल, स्लोवानिया तथा लातविया ने भी उनका अनुकरण किया। कई देशों से खून के थक्के जमने की शिकायतों का ज़िक्र करते हुए डब्लूएचओ की प्रमुख विज्ञानी सौम्या स्वामीनाथन ने कहा, “अब तक, हमें इन घटनाओं और वैक्सीन के बीच कोई संबंध दिखाई नहीं दिया है।”