@शब्द दूत ब्यूरो
देहरादून। चमोली जिले के आपदा प्रभावित क्षेत्र में पैंग गांव के नजदीक ऋषिगंगा के मुहाने पर बनी झील से फिलहाल भले ही कोई खतरा न हो, लेकिन बचाव एवं राहत कार्यों में जुटा एसडीआरएफ पूरी तरह सतर्क है। एसडीआरएफ ने पैंग से लेकर तपोवन तक मैनुअली अर्ली वार्निंग सिस्टम विकसित किया है। इसके तहत पैंग, रैणी व तपोवन में एसडीआरएफ की एक-एक टीम तैनात की गई है, जो सेटेलाइट फोन, पीए (पब्लिक अलार्मिंग) सिस्टम व दूरबीन से लैस हैं। कहीं भी कोई हलचल नजर आने पर यह टीमें आसपास के गांवों के साथ ही जोशीमठ तक के क्षेत्र को सतर्क कर देंगी।
एसडीआरएफ की टीम ने उस स्थल का मुआयना किया, जहां झील बनी है। साथ ही स्थिति स्पष्ट की कि फिलहाल झील से किसी प्रकार का खतरा नहीं है। बावजूद इसके एसडीआरएफ की टीम स्थिति पर पूरी तरह नजर रखे हुए है।
उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (यूएसडीएमए) की अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी रिद्धिम अग्रवाल के अनुसार मैनुअली तैयार किए गए अर्ली वार्निंग सिस्टम के तहत पैंग गांव में उस जगह टीम तैनात की गई है, जहां से झील साफ नजर आती है।