देहरादून । भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने नेता प्रतिपक्ष डा इंदिरा ह्रदयेश पर की गई टिप्पणी को लेकर हो रही आलोचना के बाद आखिरकार आज माफी मांग ली। हालांकि उनसे पहले मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत उनके बयान पर माफी मांग चुके हैं।
अब बंशीधर भगत को अहसास हुआ कि उनसे गलती हुई है। उन्होंने बाकायदा ट्वीट कर के डा इंदिरा ह्रदयेश से व्यक्तिगत तौर पर क्षमा याचना की है। उन्होंने ट्वीट में लिखा कि चुनावी क्षेत्र एक होने के चलते नोंक झोंक होना स्वाभाविक है।
बंशीधर भगत ने कहा कि डा इंदिरा ह्रदयेश सम्मानित नेता है। उन्हें व्यक्तिगत क्षति पहुंचाने का मेरा कोई इरादा नहीं था। अगर उन्हें ठेस पहुंची है। तो मैं अपना बयान सम्मान पूर्वक वापस लेता हूं।
बता दे कि बीते रोज अपने नैनीताल दौरे पर भीमताल विधानसभा में अपने भाषण में इंदिरा हृदेश के उस बयान का जवाब दे रहे थे। जिसमें इंदिरा ह्रदयेश ने कहा था कि भाजपा के पाँच से छः विधायक उनके संपर्क में है।भाषण देते हुए प्रदेश अध्यक्ष इतने उत्साहित हो गये कि उन्होंने काँग्रेस की नेता विपक्ष इंदिरा हृदेश को बुढ़िया और डूबते जहाज़ के सम्पर्क कौन आयेगा? जिसके बाद बंशीधर भगत की चौतरफा आलोचना हुई और कई जगह उनके पुतले भी काँग्रेसियों ने फूँके।