काशीपुर । काशीपुर शहर में कल 21 दिसंबर 2020 का दिन अपने आप में मिसाल के रूप में याद किया जायेगा। जिन कामों के लिए जनप्रतिनिधि चुने जाते हैं और जो वादे उनके द्वारा किए जाते हैं उन्हें जब वह पूरा नहीं कर पाते तो जनता के बीच से ही कुछ लोगों को आना पड़ता है। लेकिन कल सरकार और जनप्रतिनिधियों को भी इन लोगों से सीख लेनी चाहिए।
जी हाँ, इस दिन शहर में राजनीति की हदों से बाहर आकर समाज सेवा और जनसेवा की इबारतें लिखी गई। काश कि शहर का हर दिन ऐसा ही इतिहास रचे।
कुछ चेहरे राजनीति से संबंधित जरूर थे लेकिन जो काम इन चेहरों ने किये उन्हें राजनीति के तराजू पर नहीं तोला जा सकता। सुबह सुबह समाज सेवी व आप नेता दीपक बाली ने मुख्य चौराहे पर सरकारी लापरवाही पर धरना व आंदोलन की परंपरा तोड़कर क्षतिग्रस्त नाले की मरम्मत कराते हुए सुखद शुरुआत की। हालांकि जिनकी यह जिम्मेदारी थी उन्हें नागवार गुजरा और दीपक बाली के इस कार्य को राजनीति से जोड़ा गया। लेकिन सुखद यह रहा परेशान जनता को राहत मिली।
दोपहर में अखिल भारतीय कायस्थ महासभा ने नगर निगम में काशीपुर क्लब में नगर के समाजसेवी लोगों के सहयोग से कम्बल वितरण किया। जरूरतमंद लोगों को इस शीत काल में कायस्थ महासभा का यह कार्य अपने आप में सराहा गया। महासभा अध्यक्ष गौरव सक्सैना ने इस बीच जानकारी दी महासभा एक कदम और आगे बढ़कर फुटपाथ पर खुले आसमान में सो रहे निराश्रित लोगों को रात में रजाई भी ओढ़ायेगी। अंधेरा होते ही कायस्थ महासभा ने मिशन तापाग्नि के अपने इस अभियान के तहत सड़क के किनारे सो रहे लोगों को रजाई प्रदान की।
उधर अधिवक्ता व कांग्रेस महानगर अध्यक्ष संदीप सहगल ने शहर के तमाम चौराहों पर अलाव जलाने की घोषणा की। पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ रात आठ बजे से चीमा चौराहा ,महाराणा प्रताप चोक , बाल्मीकी बस्ती व अल्ली खाँ चौक पर अलाव जलाकर सर्दी से ठिठुर रहे लोगों को राहत पहुुंचाने का प्रयास किया। अपने आप में 21 दिसंबर 2020 का दिन काशीपुर शहर में समाजसेवा के लिए यादगार दिन बन गया। जनप्रतिनिधि भले ही इससे प्रेरणा न लें पर जनता के बीच से कुछ लोग जरूर इससे प्रेरणा लेंगें।