@नई दिल्ली शब्द दूत ब्यूरो
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर गहमागहमी का माहौल है। इस बीच, फेसबुक के मुखिया मार्क जुकरबर्ग ने अमेरिकी चुनाव के मद्देनजर नागरिक अशांति की आशंका जताई है। उन्होंने कहा कि अमेरिकी वोटों की गिनती के दौरान अशांति का खतरा है। यह सोशल मीडिया कंपनी के लिए ‘परीक्षण’ का समय है। यही नहीं, मार्क जुकरबर्ग ने चिंता जताने के साथ भ्रामक सूचनाओं और मतदाताओं पर दबाव बनाने के प्रयासों के खिलाफ सुरक्षा उपायों का भी जिक्र किया। साथ ही और जरूरी कदम उठाने की भी बात कही है।
फेसबुक चीफ जुकरबर्ग ने कहा, “चुनाव परिणाम को अंतिम रूप दिए जाने में दिन या हफ्ते लग सकते हैं। मुझे चिंता है कि हमारा देश चुनाव परिणाम को लेकर अलग-अलग रुख रख सकता है, जिससे नागरिक अशांति का खतरा है।” उन्होंने कहा कि इसी के साथ हमारी जैसी कंपनियों को पहले उठाए गए कदमों से और आगे बढ़ने की जरूरत है।
जकरबर्ग ने कहा, “फेसबुक के लिए अगला हफ्ता अग्निपरीक्षा की तरह होगा। हमने जो कार्य किए हैं, उसको लेकर मुझे गर्व है।” उन्होंने कहा, “मैं जानता हूं कि हमारा काम 3 नवंबर के बाद भी रूकेगा नहीं। इसलिए हम लोकतांत्रिक प्रक्रिया की अखंडता और लोगों की आवाज की रक्षा के लिए लड़ना और नए खतरों का आकलन करते रहेंगे।”
बता दें कि फेसबुक पर पिछले अमेरिकी चुनाव समेत अन्य देशों में भी चुनावों को प्रभावित करने का आरोप लग चुका है। जिसके चलते कंपनी को काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। इसके बाद से कंपनी ने कई उपाय किए हैं। हाल ही में भारत में भी आईटी मामलों की संसदीय समिति ने फेसबुक इंडिया के अधिकारियों को तलब किया था।