काशीपुर । उत्तराखंड पुलिस समय-समय पर अपने कुछ कारनामों को लेकर चर्चा में रहती है। खनन और अवैध शराब को लेकर उत्तराखंड की पुलिस सवालों के घेरे में रही है। लेकिन काशीपुर में आईटीआई थाना पुलिस इस बार चोरी की ज्वैलरी के एक मामले में कठघरे में खड़ी नजर आ रही है। हालांकि पुलिस स्वयं को पाक साफ बताते हुए कार्रवाई की बात कर रही है।
मामला दरअसल एक किशोरी द्वारा जेवर लेकर घर से एक युवक के साथ भागने का है। नगर की सैनिक कालोनी नींझडा की एक किशोरी घर से लगभग ढाई लाख रूपये की नगदी व सोने-चांदी के लाखों के जेवर लेकर प्रेमी संग फरार हो जाती है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर न्यू आवास विकास निवासी चेतनराम पुत्र हंसराज के खिलाफ धारा 354क, 384 आईपीसी व 7/8 पॉस्को एक्ट के अंतर्गत अभियोग पंजीकृत करते हुए अभियुक्त को गिरफ्तार किया था। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि में पाया गया कि किशोरी जो ज्वैलरी लेकर घर से भागी थी उसे अभियुक्त ने वैशाली कालोनी निवासी एक सर्राफा कारोबारी समेत मेन बाजार के दो चर्चित ज्वैलर्स को बेचा था।
बताते हैं कि जांच के दौरान मामला प्रकाश में आने पर पुलिस ने तीनों सर्राफा कारोबारियों को थाने में तलब किया लेकिन उनके खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं हो सकी। थानाध्यक्ष विद्यादत्त जोशी ने कहा कि यदि विवेचना में तीनों सुनारों की संलिप्तता पाई जाती है तो वह जेल जायेंगे। बताया कि जांच जारी है, यदि इसमें खामी पायी गयी तो सुनारों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। बहरहाल यह मामला काशीपुर पुलिस की प्रतिष्ठा पर प्रश्न चिन्ह बन गया है।