देहरादून । द्वाराहाट के विधायक महेश नेगी पर लगे शारीरिक शोषण के आरोपों पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि महिला की डी एन ए टेस्ट की मांग को सरकार माने ताकि सच सामने आ सके।
शब्द दूत से फोन पर बात करते हुए प्रीतम सिंह ने कहा कि अब इस मामले में जांच की कोई संभावना नहीं है। जांच भले ही करते रहें। पर डीएनए टेस्ट से मामले की तह तक पहुंचा जा सकता है। डीएनए मैच कर जाये तो भारतीय जनता पार्टी के नेताओं का चाल चरित्र सामने आ जायेगा।
उधर बता दें कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत भी इस मामले में जांच की बात कह रहे हैं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का कहना है कि पुलिस जांच कर रही है। और जांच के बाद ही दोषी कौन है ये स्पष्ट हो पायेगा।
उत्तराखंड के इस हाई-प्रोफाइल मामले में भाजपा और कांग्रेस दोनों का ही रुख जांच पर निर्भर है। हालांकि भाजपा नेता अभी डीएनए टेस्ट को लेकर नहीं बोल रहे हैं।
उधर कल इस मामले में नया मोड़ आ गया जब विधायक महेश नेगी से पांच करोड़ रुपये की मांग करने वाली महिला प्रीति बिष्ट ने भी पुलिस को एक लंबी चौड़ी तहरीर दी है जिसमें पिछले चार वर्षों से उसने विधायक पर अपने शारीरिक शोषण का गंभीर आरोप लगाया है।
काशीपुर महानगर कांग्रेस अध्यक्ष संदीप सहगल ने कहा कि यह भाजपा के बेटी बचाओ नारे की हकीकत है। यहाँ महिलाओं का सम्मान किस तरह किया जाता है यह उसका प्रमाण है। संदीप सहगल ने इसकी निंदा करते हुए महिला द्वारा डीएनए टेस्ट की मांग को जायज ठहराते हुये कहा कि सरकार को जल्द से जल्द महिला की पुत्री और कथित आरोपी भाजपा विधायक का डीएनए टेस्ट कराना चाहिए।
तहरीर में उसने विधायक पर चार सालों के दौरान कई बार दुष्कर्म करने का आरोप लगाया। साथ ही अदालत के माध्यम से अपनी बेटी का डीएनए टेस्ट कराने की मांग दोहराई। डीआइजी अरुण मोहन जोशी ने महिला की शिकायत मिलने की पुष्टि की, बताया कि इसकी जांच कराई जा रही है।
अल्मोड़ा जिले की द्वाराहाट सीट से विधायक महेश नेगी की पत्नी रीता नेगी ने इसी शुक्रवार को पड़ोस में रहने वाली एक महिला के खिलाफ ब्लैकमेलिंग का मुकदमा दर्ज कराया था। मुकदमे में उसका पति और मां भी नामजद हैं। महिला पर पांच करोड़ रुपये न देने पर विधायक को दुष्कर्म के झूठे मामले में फंसाने और बेटे को जान से मारने की धमकी देने का आरोप है। इस सिलसिले में नेहरू कॉलोनी थाने की पुलिस ने आरोपित महिला से पूछताछ भी की थी। उसी दिन आरोपित महिला का सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें वह विधायक पर गंभीर आरोप लगा रही है। रविवार को महिला ने जिला पुलिस प्रमुख को अपना शिकायती पत्र सौंपा। जिसमें विधायक पर सनसनीखेज आरोप हैं।
महिला का आरोप है कि गर्भवती होने के दौरान पिछले साल देहरादून स्थित दो अस्पतालों में उसका परीक्षण किया गया। तब विधायक भी उसके साथ था। इसी साल मई में उसने एक बच्ची को जन्म दिया। जुलाई में उसने बच्ची और अपने पति का डीएनए टेस्ट कराया, जिसकी रिपोर्ट चार अगस्त को मिली। बच्ची का डीएनए पति से मेल नहीं खाया। इसके बाद वह देहरादून अपने भाई के घर आ गई। उसने जब बेटी होने की बात विधायक को बताई तो वह उससे किए वायदों से मुकर गया।