@विनोद भगत
काशीपुर । विधायक हरभजन सिंह चीमा के कार्यालय पर राशन लेने के लिए लगी भीड़ के मामले में पुलिस ने एक पार्षद के विरूद्ध आपदा प्रबंधन अधिनियम व महामारी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है। सीओ मनोज ठाकुर ने यह जानकारी दी।
बता दें कि कल पूर्वाह्न रामनगर रोड स्थित भाजपा विधायक हरभजन सिंह चीमा के कार्यालय के बाहर खड़गपुर देवीपुरा वैशाली कालोनी समेत अनेक इलाकों की महिलायें व पुरूष इकट्ठा हो गये थे। जिनके पास दो पार्षदों की पर्चियां थी जिसमें राशन देने का अनुरोध किया गया था।

वार्ड नंबर नौ की पार्षद मंजू देवी तथा वार्ड नं दस की पार्षद सूमो देवी के इन पर्चियों पर हस्ताक्षर थे।
पुलिस की ओर से इस मामले में वार्ड नौ की पार्षद मंजू देवी के विरुद्ध आपदा अधिनियम तथा महामारी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
उधर इस मुकदमे के दर्ज होने के बाद पार्षद मंजू देवी के पति पूर्व प्रधान तथा जिला पंचायत सदस्य रहे रमेश ने शब्द दूत से कहा कि 15 और 16 जुलाई को विधायक हरभजन सिंह चीमा के निवास पर राशन बांटा गया था। रमेश के मुताबिक उनसे कहा गया था कि अपने वार्ड के लोगों की सूची बनाकर उन्हें भेज दी जाये ताकि राशन दिया जा सके। रमेश ने कहा कि उनके पास वार्ड के लोग आये। लोगों ने उनसे यह कहते हुए पर्ची देने का अनुरोध किया कि विधायक के कार्यालय से कहा गया है कि पार्षद से पर्ची लिखवा कर लायें।
दूसरी तरफ पूर्व प्रधान का यह भी कहना है कि जब पर्ची दो पार्षदों की थी तो मुकदमा एक ही पार्षद पर क्यों? उन्होंने कहा कि वह बहुजन समाज पार्टी में हैं और दूसरी पार्षद भारतीय जनता पार्टी की। राजनीतिक दबाव में यह मुकदमा दर्ज किया गया है। यदि मुकदमा दर्ज है तो भाजपा पार्षद के खिलाफ क्यों नहीं?
बहरहाल पर्ची पार्षद और राशन का यह मामला राजनीतिक मोड़ लेता जा रहा है। इससे पहले विधायक हरभजन सिंह चीमा ने बीते रोज इसे कांग्रेस का सरकार को बदनाम करने की साजिश बताया था। हालांकि अब मुकदमा बहुजन समाज पार्टी से जुड़ी पार्षद पर दर्ज हुआ है। लेकिन राशन की आस लगाये लोग तो मायूस ही रह गये।