काशीपुर । भाजपा विधायक हरभजन सिंह चीमा के कार्यालय पर राशन लेकर पहुंचे लोगों के पास जो पर्ची थी वह पुरानी थी। यह खुलासा किया है पार्षद पुत्र विजेंद्र सिंह ने।
शब्द दूत से बात करते हुए विजेंद्र सिंह, जो कि भारतीय जनता पार्टी की ग्रामीण मंडल इकाई के उपाध्यक्ष भी हैं, ने कहा कि उनके पास कुछ महिलायें राशन की पर्ची लेने के आयीं। और उनसे आग्रह करने लगीं कि राशन बंट रहा है। उनके नाम की पर्ची बना दें। विजेंद्र सिंह ने उन्हें समझाया कि अभी राशन नहीं बंट रहा है। इसके बावजूद वह आधार कार्ड दिखाकर अपनी पर्ची बनवाने का आग्रह करती रहीं।विजेंद्र सिंह ने बताया कि विधायक चीमा के कार्यालय पर पहुंचे लोग ब्लाक कार्यालय में बहुत पहले बंट रहे राशन किट के दौरान दी गई पर्ची लेकर आये हो सकते हैं।
दरअसल प्रशासन की ओर से वितरण के लिए राशन किटें पिछले एक सप्ताह से विधायक चीमा के आवास से जरूरतमंद लोगों को बांटी जा रही है। बीते रोज भी किटें बांटी गई। इस बीच लोगों को लगने लगा कि राशन किट्स खत्म होने वाली हैं। ऐसे में अफरा-तफरी मच गई। वार्ड पार्षद भी लोगों को ठीक से नहीं समझा पाये। और इसी के परिणामस्वरूप आज यह भयानक स्थिति कोरोना महामारी के दौरान लापरवाही भरी भीड़ के रूप में सामने आईं। हालांकि विधायक हरभजन सिंह चीमा ने इस सारे घटनाक्रम के पीछे कांग्रेस का हाथ बताया है। लेकिन जिन वार्डों के पार्षदों की पर्चियां दिखाई जा रही है उनमें से एक भी कांग्रेस से संबधित नहीं है।