काशीपुर। आज आम आदमी पार्टी के विधानसभा प्रभारी ने अपने कार्यालय से जारी बयान में सरकार को निशाने पर लिया। काशीपुर में आज विधायक कार्यालय पर राशन वितरण को लेकर हुए घटना क्रम पर बोलते हुए विधानसभा प्रभारी मयंक शर्मा ने कहा कि जिस प्रकार कुछ पार्षदों द्वारा गरीब परिवारों को राशन का टोकन बनाकर विधायक कार्यलय से राशन लेने के लिए कहा गया और वहां पंहुचने पर राशन मिलना तो दूर विधायक जी ने उन लोगों से बातचीत भी नहीं की। विधायक जी द्वारा ये जानने का प्रयास नहीं किया गया कि उनके क्षेत्र में इतने अधिक लोगों को राशन की आवश्यकता है, इस आवश्यकता को कैसे पूरा किया जाए।
विधानसभा प्रभारी मयंक शर्मा ने बताया कि वे आज स्वयं विधायक कार्यालय के बाहर गए और लोगों से बातचीत की जिसमें उन्होंने बताया कि उनके पार्षदों ने उन्हें एक पर्ची देकर कहा कि इस पर्ची को दिखाने से विधायक जी द्वारा एक और पत्र दिया जाएगा जिससे उन्हें राशन मिल जाएगा, परंतु यहां आने पर इसे अफवाह बताया जा रहा है, भाजपा इसे विपक्षी पार्टी द्वारा फैलाई अफवाह बता रही है जबकि वहां भाजपा के भी पार्षदों द्वारा निर्गत पत्र या पर्ची लेकर लोग खड़े दिखाई दिए।
इस प्रकार के घटनाक्रम से न सिर्फ गरीबों के साथ भद्दा मजाक किया गया बल्कि इतने संवेदनशील समय में सोशल डिस्टेसिंग की भी धज्जियां उड़ गयीं। प्रशासन द्वारा इस पूरे प्रकरण की जांच हो और जो भी दोषी हैं उन पर सख्त कार्यवाही की जाए। मयंक शर्मा ने कहा कि इन विषम परिस्थितियों में कितने ही लोगों को राशन नहीं पँहुच पा रहा है, विधायक कार्यालय पर इतनी भारी मात्रा में आयी भीड़ से मुख्यमंत्री जी के उन दावों की पोल भी खुल गयी जिसमें वे सभी जरूरतमंद नागरिकों को राशन पंहुचाने का दम भरते रहते हैं। साथ ही जाहिर है कि शहर में भाजपा के पार्षदों और विधायक के मध्य ही समन्वय स्थापित नहीं है।
मयंक शर्मा ने कहा कि आज काशीपुर समेत पूरे उत्तराखण्ड में भाजपा द्वारा गरीब जनता का शोषण किया जा रहा है, उन्हें कोई सरकारी सहायता सरकार द्वारा नहीं मिल रही है और विपक्षी पार्टी कांग्रेस मित्र विपक्ष की भूमिका में दिखाई दे रही है। ऐसे में काशीपुर और प्रदेश की जनता आम आदमी पार्टी को विकल्प की तरह देख रही है।