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ह्रदयविदारक :काशीपुर में तीन दिन से डेढ़ वर्षीय बच्चे के शव को है पोस्टमार्टम का इंतजार, कोरोना टेस्ट की नहीं आयी रिपोर्ट, पिता लगा रहा अधिकारियों के चक्कर

@शब्द दूत ब्यूरो

काशीपुर ।  राज्य में सब कुछ सही है तो एक बाप जो दारूण दुख झेल रहा है उसका जिम्मेदार कौन हैं! सरकारी सिस्टम की संवेदनहीनता का एक मार्मिक उदाहरण यहाँ देखने को मिला है। डेढ़ वर्षीय बालक का शव पिछले तीन दिनों से यहाँ काशीपुर पोस्टमार्टम हाउस में रखा हुआ है। कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट न आने की वजह से शव का पोस्टमार्टम नहीं हो पा रहा है। 

मृतक शिशु का पिता कागजी कार्रवाई करते हुए अधिकारियों व पुलिस के चक्कर काट रहा है। यह ह्रदयविदारक मामला काशीपुर के लाहौरियान निवासी डेढ़ वर्ष के बालक आयुष सक्सैना का है। बीती 27 मई को आयुष का बुखार आने तथा उल्टी दस्त की वजह से मौत हो गई थी। बालक के पिता हरिओम सक्सैना ने बताया कि बच्चे की मौत के बाद कोरोना के संदेह में उसने कोरोना टेस्ट कराने के लिए प्रशासन को सूचित किया।

शासन के प्रति अपने कर्तव्य का पालन करना अब हरिओम के लिए भारी पड़ गया। बेटे की मौत की पीड़ा से दुखी हरिओम अब अपने लाडले के अंतिम संस्कार के लिए पिछले तीन दिनों से सिस्टम से जूझ रहा है।

28 मई को मृतक बालक का सैंपल कोरोना टेस्ट के लिए भेजा गया था। तब से बच्चे का शव काशीपुर के पोस्टमार्टम हाउस में रखा हुआ है। हरिओम अस्पताल एसडीएम और कोतवाली के चक्कर लगा रहा है। लेकिन उसे कहीं से भी कोई संतोषजनक जबाव नहीं मिल रहा है।

कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट में देरी की वजह पूछने पर नोडल स्वास्थ्य अधिकारी डा अमरजीत साहनी ने कहा कि यह वास्तव में परेशानी की बात है। रिपोर्ट आज आ जानी चाहिए थी। लेकिन आज भी आना मुश्किल है क्योंकि लैब में साफ-सफाई का काम चल रहा है। 

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