Breaking News

देहरादून :सरकारी शिक्षक ने खोली फर्जी चिटफंड कंपनी, 47 करोड़ की ठगी कर पत्नी के नाम पर चलाता था कारोबार, पुलिस ने किया गिरफ्तार

@शब्द दूत ब्यूरो (09 अक्टूबर 2025)

देहरादून। ऊंचे ब्याज और आकर्षक रिटर्न का झांसा देकर हजारों निवेशकों से करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले सरकारी शिक्षक को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी जगमोहन सिंह चौहान ने अपनी पत्नी के नाम पर दून समृद्धि निधि लिमिटेड (सर्व माइक्रोफाइनेंस इंडिया एसोसिएशन) नाम से फर्जी चिटफंड कंपनी संचालित की थी। पुलिस के अनुसार, आरोपी ने अब तक करीब 47 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी की है।

एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि बीते कई महीनों से इस कंपनी के खिलाफ शिकायतें मिल रही थीं कि निवेश की गई रकम का रिटर्न नहीं दिया जा रहा है। जांच में पता चला कि वर्ष 2022 में संस्कार एन्क्लेव, दून यूनिवर्सिटी रोड पर कंपनी की स्थापना की गई थी। कंपनी का फाउंडर मेंबर आरोपी जगमोहन सिंह चौहान था, जबकि उसकी पत्नी नीलम चौहान डायरेक्टर के रूप में कार्यरत थी।

कंपनी आरडी, एफडी और डीडीएस जैसे खातों के नाम पर लोगों से धन जमा करवाती थी और अधिक कमीशन व ऊंचे ब्याज का लालच देकर निवेश कराया जाता था। इस नेटवर्क में जोनल हेड कमलेश बिजल्वाण, ब्रांच हेड कुसुम शर्मा, एडमिन मैनेजर अनित रावत, कैशियर दीपिका सहित करीब 30 एजेंट सक्रिय थे। इन्होंने देहरादून और आसपास के इलाकों में सैकड़ों लोगों से करोड़ों रुपये नकद व बैंक के माध्यम से वसूले।

पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि जमा की गई अधिकांश रकम आरोपी ने अपने निजी उपयोग में खर्च कर दी, जबकि कुछ रकम अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर की गई। पर्याप्त सबूत मिलने पर पुलिस ने मुख्य आरोपी जगमोहन सिंह चौहान, मूल निवासी सटेन गजा (थाना नरेंद्रनगर, जिला टिहरी) व वर्तमान निवासी सरस्वती विहार, नेहरू कॉलोनी, देहरादून को गिरफ्तार कर लिया।

आरोपी को पूछताछ के बाद अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। पुलिस अब अन्य सहयोगियों की भूमिका की जांच और ठगी की रकम की रिकवरी में जुटी है। यह मामला निवेश योजनाओं में सावधानी बरतने की एक और सख्त चेतावनी साबित हुआ है।

 

Website Design By Mytesta +91 8809666000

Check Also

दुखद :थाना प्रभारी ने सरकारी आवास में खुद को गोली मारकर समाप्त की जीवन लीला , पुलिस विभाग में शोक की लहर

🔊 Listen to this रात करीब 9:30 बजे गोली चलने की आवाज सुनते ही थाने …

googlesyndication.com/ I).push({ google_ad_client: "pub-