@शब्द दूत ब्यूरो (22 जनवरी, 2022)
गढ़वाल की राजनीति में हमेशा ही हाट सीट के रूप में जानी जाने वाली कोटद्वार विधानसभा सीट एक बार फिर चर्चाओं में है। सिटिंग विधायक हरक सिंह रावत को भाजपा से निकाले जाने के बाद पार्टी को यहां दावेदारी पर नए सिरे से मंथन करना पड़ रहा है। ऐसे में किसकी लाटरी खुलेगी, इस पर सभी की निगाह टिकी हुई हैं। राज्य गठन के बाद से ज्यादातर मौकों पर कोटद्वार विधानसभा सीट पर भाजपा ने पैराशूट प्रत्याशियों को ही रण में उतारा है।
सिटिंग विधायक होने के नाते डा. हरक सिंह रावत फिर से स्वाभाविक पार्टी के प्रमुख दावेदार थे, लेकिन छह दिन पहले रावत को पार्टी ने बाहर का रास्ता दिखाया तो दावेदारी के नए समीकरण बन गए। हालांकि, हरक के रहते हुए भी दो अन्य स्थानीय नेता दावेदारी की दौड़ में शामिल रहे, लेकिन बदली परिस्थितियों पार्टी नेतृत्व अन्य विकल्पों पर भी विचार कर रहा है।
इस सीट पर टिकट को लेकर किस कदर असमंजस की स्थिति है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि शुक्रवार को पार्टी पदाधिकारियों ने स्थानीय कार्यकत्र्ताओं के साथ फिर से रायशुमारी करके दावेदारी पर चर्चा की। राजनीतिक हलकों से छनकर आ रही खबरों पर यकीन करें तो यहां टिकट को लेकर पार्टी एक बार फिर से चौंका सकती है।