उत्तराखंड में आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर निर्वाचन आयोग ने तैयारी तेज कर दी है। मुख्य निर्वाचन आयोग चुनावों की तैयारियों में जुटा है। आयोग द्वारा पांच जनवरी को मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन किया जाएगा।
@शब्द दूत ब्यूरो (05 नवंबर, 2021)
उत्तराखंड में आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर निर्वाचन आयोग ने तैयारी तेज कर दी है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या ने बताया कि निर्वाचन आयोग चुनावों की तैयारियों में जुटा है। आयोग द्वारा पांच जनवरी को मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन किया जाएगा, उससे पहले एक जनवरी 2022 की अर्हता तिथि के आधार पर 30 नवंबर तक दावे और आपत्तियां प्रस्तुत करने का वक्त निर्धारित किया है। जिनका निस्तारण 20 दिसंबर 2021 तक किया जाएगा।
कोविड की वजह से इस बार 500 मतदान केंद्रों की संख्या बढ़ाई गई है। इस बार मतदान केंद्रों की संख्या 11647 हो गई है। इसके साथ ही 1200 मतदाता संख्या पर एक बूथ बनाया जाएगा, जिसकी दूरी दो किलोमीटर से अधिक नहीं होगी। यानी हर दो किलोमीटर पर एक मतदाता केंद्र बनाया जाएगा। प्रत्येक मतदान केंद्र पर भारत निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देशों के अनुसार रैम्प, पेयजल, पर्याप्त फर्नीचर, विद्युत, हेल्प डेस्क, उचित संकेतांक, महिला और पुरुष के लिए अलग-अलग शौचालय, शेड जैसी सुविधाएं रहेंगी।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि एक जनवरी 2021 की अर्हता तिथि पर 15 जनवरी 2021 को उत्तराखंड में 78 लाख 15 हजार 192 मतदाता थे. जबकि, एक जनवरी 2022 की अर्हता तिथि पर 1 नवंबर 2021 तक कुल मतदाताओं की संख्या 78 लाख 46 हजार हो गई है। इस दौरान 15 जनवरी 2021 से 12 अक्टूबर 2021 के बीच राज्य में 30 हजार 808 मतदाताओं की वृद्धि हुई है। इसके साथ ही प्रति हजार पुरूषों के सापेक्ष महिला लिंगानुपात में भी वृद्धि हुई है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग के नए दिशा-निर्देशों के अनुसार 80 साल से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांगजनों को पोस्टल बैलट के माध्यम से मतदान की सुविधा दी जाएगी। राज्य में निर्वाचक नामावली के अनुसार 80 वर्ष से अधिक आयु के मतदाताओं की संख्या 165113 है जबकि दिव्यांग निर्वाचकों की संख्या 53900 है।