@शब्द दूत ब्यूरो (19 मई 2025)
पाकिस्तान के आतंकियों की अमृतसर के स्वर्ण मंदिर पर हमले की योजना थी लेकिन सेना की चौकसी के चलते इसे विफल कर दिया गया।
भारतीय सेना की 15 इन्फैंट्री डिवीजन के जनरल ऑफिसर कमांडिंग मेजर जनरल कार्तिक सी. शेषाद्रि ने जानकारी देते हुए बताया कि पाकिस्तान की इस साजिश की खुफिया जानकारी पहले से थी, इसलिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। उन्होंने कहा, “हमारे वीर सैनिकों ने पूरी सतर्कता से पाकिस्तान की इस साजिश को विफल कर दिया। कोई भी मिसाइल या ड्रोन स्वर्ण मंदिर के पास तक नहीं पहुंच सका।”
सेना की त्वरित प्रतिक्रिया और हाईटेक डिफेंस सिस्टम के चलते अमृतसर को एक बड़े नुकसान से बचा लिया गया। यह हमला यदि सफल होता, तो ना सिर्फ धार्मिक आस्था को गहरी चोट पहुंचती, बल्कि बड़ी संख्या में जान-माल का नुकसान भी हो सकता था।
उन्होंने बताया कि हमला 8 मई की सुबह अंधेरे में स्वर्ण मंदिर को निशाना बनाकर किया गया। कई मिसाइल और ड्रोन लॉन्च किए गए लेकिन एयर डिफेंस सिस्टम ने सभी को हवा में ही नष्ट किया। कोई नुकसान नहीं हुआ आतंकियों के मंसूबे नाकाम हो गये।
इस घटना के बाद सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा और कड़ी कर दी गई है, और आस-पास के एयर डिफेंस नेटवर्क को अलर्ट पर रखा गया है। भारतीय सेना ने एक बार फिर साबित किया कि देश की सुरक्षा से समझौता नहीं किया जाएगा।हमें पता था कि पाक सेना के पास कोई वैध लक्ष्य नहीं है, इसलिए हमने अनुमान लगाया कि वे भारतीय सैन्य ठिकानों, नागरिक लक्ष्यों व धार्मिक स्थलों को निशाना बनाएंगे। इनमें स्वर्ण मंदिर सबसे प्रमुख था। हम पूरी तरह तैयार थे, और हमारे बहादुर व सतर्क सेना के वायु रक्षा सैनिकों ने पाक सेना के नापाक मंसूबों को नाकाम कर सभी ड्रोन व मिसाइलों को मार गिराया, जिससे हमारे पवित्र स्वर्ण मंदिर पर एक खरोंच भी नहीं आई।