@शब्द दूत ब्यूरो (13 अक्टूबर 2024)
मेरठ। राजनीति के आगे हमारे पुलिस के जवानों को इतना बेबस क्यों बना दिया? ये एक गंभीर समस्या है। मेरठ में हुये एक घटनाक्रम से पुलिस की बेबसी की जो तस्वीर सामने आई है वह वास्तव में चिंताजनक है। पुलिस कानून व्यवस्था के लिए है या राजनेताओं के आगे मिन्नतें करने के लिए? यह सोचना पड़ेगा अब।
घटना उत्तर प्रदेश के मेरठ की है। यहाँ भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार और सीनियर नेता कमल दत्त शर्मा जिस तरह से पुलिस को हड़का रहे हैं वह शायद किसी को अच्छा नहीं लगेगा पर ऐसा हुआ है।
दरअसल भाजपा नेता कमलदत शर्मा दल-बल के साथ थाने पहुंचे थे। थाने में करीब एक घंटे तक भाजपा नेता और कार्यकर्ताओं का हंगामा चलता रहा। इस दौरान भाजपा नेता कुर्सी पर बैठे दिखाई दिए। वहीं, थानेदार इस दौरान भाजपा नेता के पीछे खड़े दिखाई दिए। भाजपा नेता ने थाने के भीतर थानेदार को खूब हड़काया। उन्होंने कहा कि सुनो इंस्पेक्टर, चुनाव में हमको 80,320 वोट मिले थे। ध्यान रखना, शेर को सवा शेर मिल जाते हैं। भाजपा नेता ने थानेदार को तमीज सीखने की भी सलाह दे डाली।
कमल दत्त शर्मा ने कहा कि आपकी तमीज देखिए, आपको कोई सूचना दे रहा है, तो आप उसे थाने बुला रहे हो। इस पूरी घटना के दौरान इंस्पेक्टर आनंद गौतम भी भाजपा नेता कमल दत्त शर्मा की हां में हां मिलाते दिखे। इस मामले में अपनी गलती भी मान ली। दरअसल, भाजपा नेता ने शहर में चल रही अवैध प्राइवेट बसों की शिकायत की थी। थानेदार से फोन पर बात हुई। थानेदार ने उनकेा थाने में आकर शिकायत दर्ज कराने की सलाह दे डाली। बस फिर क्या था, नेताजी का पारा चढ़ गया। इससे पहले भी कमल दत्त शर्मा का बवाल सामने आया था।