पहली बार रिजर्व बैंक ने सन् 1969 में महात्मा गांधी का चित्र 100 रुपये के नोट में जारी किया था हालांकि यह एक स्मारक नोट था। तब महात्मा गांधी की फोटो नियमित रूप से नोटों पर नहीं होती थी। करेंसी नोट पर गांधी जी की तस्वीर नियमित रूप से सन् 1987 से शुरू हुई थी। इस वर्ष 500 रुपये के नोट पर गांधी जी की मुस्कराती हुई तस्वीर जारी हुई थी। तब से नियमित रूप से उनकी तस्वीर भारतीय करेंसी नोट पर आने लगी।
बता दें कि इससे पहले 1947 में ब्रिटिश सम्राट का चित्र करेंसी नोट पर छपता था बाद में अशोक चिन्ह नोटों पर छपने लगा। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की तस्वीर देश के करेंसी नोट पर पहली बार उनके जन्मशती वर्ष में प्रकाशित की गयी। गांधी का चित्र छापने से पहले मुद्रा नोटों में कई डिजाइन और छवियों का उपयोग किया गया। वर्ष 1949 में तत्कालीन सरकार ने अशोक स्तंभ के साथ एक रुपये का नया नोट जारी किया। वर्ष 1953 में जारी नये नोटों में हिंदी को प्रमुखता के साथ स्थान दिया गया। हिंदी में रुपया के बहुवचन को लेकर जो बहस उस समय चल रही थी वह अंत में रुपये शब्द पर जाकर समाप्त हुई। उच्च मूल्य वर्ग के नोटों (1,000 रुपये, 5,000 रुपये, 10,000 रुपये) को 1954 में पुन: जारी किया गया। हालांकि अब इस मूल्य वर्ग के नोट नहीं छपते हैं। इसके बाद 1980 में नोटों की बिल्कुल नयी शृंखला शुरू की गयी। इनमें विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी से लेकर तेल उत्खनन और कृषि क्षेत्र में मशीनीकरण के चित्रों पर जोर दिया गया।