मेरा अपहरण किया जा रहा है मुझे बचा लो।
@शब्द दूत ब्यूरो (06 नवंबर 2023)
लखनऊ। चौकी प्रभारी अचानक चिल्लाने लगा कि मेरा अपहरण हो रहा है मुझे बचा लो। लेकिन जब लोगों की समझ में माजरा आया तो पता चला कि दारोगा को जबरन गाड़ी में बैठाकर ले जाने वाले अपहरणकर्ता नहीं वरन एंटी करप्शन की टीम के लोग थे।
दरअसल ये मामला हरौनी पुलिस चौकी का है। हरौनी पुलिस चौकी में एंटी करप्शन की टीम ने छापा मारकर 10 हजार रुपये रिश्वत लेते चौकी प्रभारी को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। उसे खींचकर गाड़ी में बैठा पीजीआई थाने ले जाया गया। जहां पूछताछ के बाद आरोपी चौकी प्रभारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई।
इसी दौरान अचानक छापा मारकर एंटी करप्शन टीम ने दारोगा को दबोचा। थोड़ी देर तक तो दारोगा राहुल त्रिपाठी समझ ही नहीं पाया कि हुआ क्या। वह भागने का प्रयास करने लगा। जब पकड़ा तो वह गाड़ी में बैठने को तैयार नहीं हो रहा था। तब टीम के पुलिसकर्मियों ने उसे जबरन खींचकर बैठाया। इस दौरान वह चीखता रहा कि मेरा अपहरण हो रहा। पर, कुछ ही देर में साफ हो गया कि एंटी करप्शन की टीम ने उसे घूसखोरी में दबोचा है।
पूरा मामला इस प्रकार है। बंथरा थाने में 28 अगस्त को एक किशोरी को बहला-फुसलाकर भगा ले जाने के मामले में आरोपी विशाल रावत पर एफआईआर दर्ज की गई थी। विवेचना के बाद केस में दुष्कर्म की धारा बढ़ाने के साथ दो आरोपी जेल भेजे गए थे। घटनास्थल दुबग्गा में एमएफ टॉवर स्थित होटल था। केस की विवेचना कर रहे हरौनी चौकी इंचार्ज दरोगा राहुल त्रिपाठी ने होटल मालिक विनोद कुमार से कई बार पूछताछ की।
पूछताछ के दौरान दरोगा राहुल त्रिपाठी ने विनोद को डराया कि चूंकि घटनास्थल उनका होटल है। ऐसे में वह भी धारा 368 (किसी अगवा शख्स को जान बूझकर पनाह देना) के तहत आरोपी बनाए जाएंगे। दरोगा ने बचाने का दावा कर विनोद से 20 हजार रुपये की मांग की। इस पर होटल मालिक विनोद ने एंटी करप्शन की टीम को जानकारी दी। इसके बाद टीम ने दरोगा को रंगेहाथ दबोचने के लिए जाल बिछाया। बीते शनिवार शाम चार बजे पूर्व निर्धारित योजना के तहत विनोद रुपये लेकर हरौनी चौकी गए। एंटी करप्शन टीम वहां मौजूद थी। जैसे ही दरोगा राहुल त्रिपाठी ने रिश्वत की रकम हाथों में ली, टीम ने तुरंत उसे दबोच लिया। मामले में पीजीआई थाने में देर रात आरोपी दारोगा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई।