@शब्द दूत ब्यूरो (16 सितंबर 2023)
बरेली। एसडीएम ने अपने कार्यालय में मुर्गा बनाया। आप गलत मत समझिये। मुर्गा पकाया नहीं दर असल एक फरियादी को उन्होंने फरियाद लेकर आने पर मुर्गा बना दिया। हालांकि एसडीएम का कहना है कि वह खुद ही मुर्गा बना था। वहीं डीएम ने जब मामले की जांच की तो एसडीएम की लापरवाही उजागर होने पर उन्हें वहां से हटा दिया गया।
मामला इस प्रकार है कि कुछ ग्रामीण मीरगंज के उपजिलाधिकारी उदित पंवार के कार्यालय में शिकायत लेकर पहुंचे। ग्रामीणों ने एसडीएम को बताया दूसरे समुदाय के लोग अपने त्योहारों पर मंदिर के पास खाली जमीन से ढोल बजाते हुए निकलते हैं। नई परंपरा डाली जा रही है। ग्रामीणों ने खाली जमीन श्मशान के रूप में दर्ज होने के राजस्व रिकार्ड भी दिखाए।
ग्रामीणों का आरोप है कि फरियाद सुनने के दौरान एसडीएम ने पप्पू लोधी को हड़काते हुए चैंबर में मुर्गा बनने को कहा। ग्रामीणों ने मुर्गा बनाने की वीडियो बना ली। बाद में आक्रोशित ग्रामीणों ने तहसील गेट पर एसडीएम के खिलाफ नारेबाजी की।
फरियादी को मुर्गा बनाने का वीडियो वायरल हुआ तो हड़कंप मच गया। डीएम शिवाकांत द्विवेदी ने एडीएम प्रशासन से घटना की जांच कराई।
जांच में एसडीएम की लापरवाही सामने आई। डीएम ने लापरवाह एसडीएम उदित पंवार को मीरगंज से हटाकर जिला मुख्यालय से संबंद्ध कर दिया। डीएम ने डिप्टी कलेक्टर देश दीपक सिंह को मीरगंज एसडीएम की जिम्मेदारी दे दी।
डीएम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एडीएम प्रशासन की जांच के आधार पर लापरवाही करने वाले एसडीएम को हटा दिया। उधर, एसडीएम का कहना है कि ग्रामीण पूर्व नियोजित योजना बनाकर मेरे ऑफिस में घुसा और स्वयं मुर्गा बना था।
बरेली डीएम शिवाकांत द्विवेदी ने बताया, एसडीएम के चैंबर में एक व्यक्ति को अपमान जनक स्थिति में जमीन पर बैठाया गया था। वीडियो देखने के बाद मैंने एडीएम प्रशासन से जांच कराई। प्रारंभिक जांच में एसडीएम उदित पंवार की लापरवाही सामने आई है। एसडीएम को तहसील से हटाकर मुख्यालय संबंद्ध किया गया है।