नई दिल्ली। सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत को आशंका है कि पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर मसले का अंतरराष्ट्रीयकरण करने के लिए वहां हिंसा करा सकता है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान जिस तरह के शब्दों का इस्तेमाल कर रहा है और झूठी जानकारियों की मुहिम चला रहा है, उसे देख कर लगता है कि वह कश्मीर में हिंसा भड़का सकता है।
जनरल बिपिन रावत ने कहा कि पाकिस्तान इस हिंसा को अंतरराष्ट्रीय मंच पर यह कहते हुए उठाएगा कि जम्मू-कश्मीर के लोग विशेष दर्जा हटाए जाने का विरोध कर रहे हैं।
ज्ञात हो कि पाकिस्तान ने पांच अगस्त से ही साइबर क्षेत्र में लगातार गलत जानकारी देने की मुहिम छेड़ रखी है। उदाहरण के लिए, जम्मू-कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा वापस लिए जाने के कुछ दिन बाद एक ट्विटर हैंडल से दावा किया गया कि भारत के उप-सेनाध्यक्ष ने जम्मू-कश्मीर में मानवाधिकार का मुद्दा उठाया है। बीते दो हफ्तों से ऐसे कई झूठे सोशल मीडिया पोस्टों के जरिये घाटी में तनाव पैदा करने की कोशिश की जा रही है। सरकार की साइबर शाखा ने ऐसे दस ट्विटर हैंडल का पता लगाया है। दिलचस्प बात यह है कि इन ट्विटर हैंडलों के नाम भारतीय सेना के उच्चाधिकारियों के पदों नाम पर हैं।
सेना प्रवक्ता ने यह भी बताया कि पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा के पास अपनी सेना को एहतियातन तैनात किया हुआ है। उसने कहा कि आतंकी संगठन फिलहाल नेतृत्वहीन हैं। सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और पैरा-मिलिट्री ने उनके खिलाफ लगातार अभियान चलाया हुआ है।