पुलिसिंग का सबसे अच्छा चेहरे के रूप में महिला पुलिस अधिकारी को प्रमाण पत्र भेजकर उनकी सराहना की गई है।
@शब्द दूत ब्यूरो (02 नवंबर 2022)
तिरुवनंतपुरम। ये खबर देश के पुलिस विभाग की बेहतर छवि को दुनिया के सामने लाने के लिए जरूरी है।
एक 12 दिन के नवजात बच्चे को मां बाप के आपसी झगड़े के चलते भूखा देख कर एक महिला पुलिस अधिकारी का ह्रदय द्रवित हो गया। नारी की ममता जाग उठी। महिला पुलिस अधिकारी ने बच्चे को स्तनपान कराया ताकि नवजात को बचाया जा सके। महिला पुलिस अधिकारी के इस कार्य की जमकर सराहना की जा रही है। इस वाकये के बारे में जानकारी होने पर केरल इराज्य के पुलिस महानिदेशक और केरल उच्च न्यायालय के न्यायाधीश ने अफसर की तारीफ की है।
पुलिस के मीडिया इकाई की ओर से एक विज्ञप्ति जारी की गई। प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, केरल उच्च न्यायालय के न्यायाधीश देवन रामचन्द्रन ने राज्य पुलिस प्रमुख को लिखे गए पत्र में सिविल पुलिस अफसर एम.आर. राम्या की तारीफ की है और उन्हें देने के लिए एक प्रमाणपत्र भी भेजा है।
प्रमाणपत्र में न्यायमूर्ति रामचन्द्रन ने कहा है ‘आज आप पुलिसिंग का सबसे सुन्दर रूप हैं। बेहतरीन अफसर और सच्ची मां, आप दोनों हैं। इसमें कहा गया है, ‘मां का दूध ईश्वर का वरदान है, जो सिर्फ एक मां दे सकती है और आपने ड्यूटी पर रहते हुए उसे दिया। आप हम सभी में भविष्य के लिए मानवता की आशा को जिंदा रखे हुए हैं।
बयान के अनुसार, इसके अलावा पुलिस प्रमुख अनिल कांत ने भी राम्या को एक प्रशस्तिपत्र दिया और उन्हें तथा उनके परिवार को पुलिस मुख्यालय आने का न्योता दिया। बयान के अनुसार, कांत ने कहा कि राम्या के इस काम से पुलिस की छवि बेहतर हुई है।