@शब्द दूत ब्यूरो (06 मार्च, 2022)
उत्तराखंड विधानसभा चुनावों की मतगणना में अब चार दिन ही शेष बचे हए हैं। इसी के साथ चुनाव आयोग और प्रत्याशियों ने मतगणना की तैयारियां तेज कर दी हैं। कोरोना की लहर हलकी हो जाने के बावजूद चुनाव आयोग की गाइडलाइंस के मुताबिक विजयी प्रत्याशी अब भी विजय जुलूस नहीं निकाल पाएंगे।
बता दें कि निर्वाचन आयोग ने आठ जनवरी को चुनाव आचार संहिता की घोषणा के साथ ही मतगणना तक के लिए गाइडलाइन जारी कर दी थीं। इसमें राजनैतिक गतिविधियों पर कई तरह के प्रतिबंध लगाए हैं, जिसमें विजय जुलूस में भीड़ जोड़ना भी शामिल है। अब आयोग हालांकि अन्य गतिविधियों में काफी ढील दे चका है। लेकिन विजय जुलूस के मामले में अभी छूट नहीं मिली है।
इधर, आयोग ने मतगणना के लिए विशेष पर्यवेक्षक के तौर पर दूसरे राज्यों के वरिष्ठ अधिकारियों की भी तैनाती की है। ये अधिकारी मतगणना से एक दिन पहले अपने-अपने जिले के मतगणना केंद्रों पर पहुंच जाएंगे। स्ट्रांग रूम की सील पर्यवेक्षकों की निगरानी में ही खोली जाएगी। साथ ही पूरी मतगणना समाप्त होने तक उक्त अधिकारी मतगणना केंद्रों पर ही मौजूद रहेंगे।
इधर, नई सरकार बनने का समय नजदीक आने के साथ ही राजभवन में विधायी मामलों पर कवायद तेज हो गई है। इन दिनों राज्यपाल गुरमीत सिंह विधि सलाहकार से नियमित परामर्श ले रहे हैं। मतगणना के बाद बहुमत का दावा करने वाले दल को राज्यपाल के सामने ही सरकार बनाने का दावा पेश करना है। प्रस्ताव पर विचार करने के बाद राज्यपाल किसी दल को सरकार बनाने का निमंत्रण देंगे।