@गिरीश चन्द्र शर्मा
रामनगर (06 मार्च 2022)। पीएनजी राजकीय महाविद्यालय रामनगर में मुख्यमंत्री नवाचार योजना के अन्तर्गत पांच दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
पीएनजी राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में मुख्यमंत्री नवाचार योजना के अंतर्गत हिमालय औषधीय ज्ञान केंद्र के द्वारा आयोजित पांच दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ कुमाऊं विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एन.के. जोशी द्वारा किया गया । कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य प्रोफेसर मोहन चंद पांडे द्वारा की गई। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि डॉ. जी. सी. जोशी सेवानिवृत्त आर० ओ ० तथा डॉ. बी.एस. कालाकोटी उपस्थित रहे ।
मुख्य अतिथि प्रोफेसर एनके जोशी ने हिमालय औषधि ज्ञान केंद्र में औषधि पौधों के उत्पादन, निर्माण तथा उनके विपणन की संभावनाओं के बारे में प्रकाश डाला तथा भविष्य में विद्यार्थियों द्वारा प्रशिक्षण लेकर उद्यमिता को बढ़ाने की संभावनाओं पर भी विशेष बल दिया। इस संबंध में प्रोफेसर जोशी ने हिमालय क्षेत्र के औषधीय पौधों की प्रजातियों पर चर्चा करने के साथ-साथ अपने व्यक्तिगत अनुभव भी साझा किए। विशिष्ट अतिथि डॉ. जोशी ने वर्तमान परिदृश्य में औषधीय पौधों की उपयोगिता पर अपने विचार व्यक्त किए ।डॉ. बी. एस. कालाकोटी विशिष्ट अतिथि ने अपना उदाहरण देते हुए विद्यार्थियों को औषधीय पौधों से रोजगार सर्जन की संभावनाओं पर विशेष बल दिया ।
प्राचार्य ने इस पांच दिवसीय कार्यशाला के उद्देश्यों महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने औषधि पौधों के उत्पादन और निर्माण एवं विपणन की आवश्यकता पर बल देते हुए प्राकृतिक पारंपरिक औषधीय संपदा के संरक्षण एवं संवर्धन की आवश्यकता पर अपने विचार व्यक्त किए। इस कार्यशाला में कला, विज्ञान एवं वाणिज्य संकाय के 40 प्रतिभागी प्रतिभाग कर रहे हैं, जिनको कार्यशाला में औषधि पौधों की जानकारी, उनके उत्पादन तथा विपणन के संबंध में प्रशिक्षण दिया जाएगा ।
कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर जी. सी. पंत के द्वारा किया गया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक उपस्थित रहे। तकनीकी सत्र के मुख्य वक्ता डॉ. जी. सी. जोशी ने विद्यार्थियों को हिमालय क्षेत्र में होने वाले औषधीय पौधों के प्रकार, गुणों व उनके प्रसंस्करण के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। तकनीकी सत्र का का संचालन वनस्पति विज्ञान के प्रभारी डा. एस.एस. मौर्य तथा अध्यक्षता मनोविज्ञान प्रभारी डॉ. आर. डी. सिंह द्वारा किया गया।