भारतीय जनता पार्टी में खुद पार्टी के प्रत्याशियों के भितरघात के आरोपों के बाद महामंडलेश्वर स्वामी यतींद्रानंद गिरि महाराज ने हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में कुप्रबंधन का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि परिणाम आशा के विपरीत आ सकते हैं।
@शब्द दूत ब्यूरो (26 फरवरी, 2022)
भाजपा से वर्ष 2009 में हरिद्वार सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ चुके महामंडलेश्वर स्वामी यतींद्रानंद गिरि महाराज की ओर से पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को लिखे पत्र से हड़कंप मचा हुआ है। उन्होंने पत्र में लिखा है कि इस बार चुनाव में कुप्रबंधन की वजह से कुछ जगह परिणाम आशा के विपरीत भी आ सकते हैं।
पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को लिखे पत्र में महामंडेलश्वर स्वामी यतींद्रानंद गिरि महाराज ने कहा कि उत्तराखंड में प्रदेश स्तर पर कोई जिम्मेदार एवं गंभीर व्यक्ति नहीं था, जो चुनाव प्रबंधन की रूपरेखा ठीक से बना सके।
उन्होंने लिखा है कि प्रदेश संगठन की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी जिन व्यक्तियों को दी गई, वह स्वयं चुनाव लडऩे और संगठन के बाकि व्यक्तियों को चुनाव हरवाने में स्पष्ट रूप से सक्रिय दिखे। कई विधानसभा में भाजपा के ही नेता असंतुष्ट होकर चुनाव मैदान में उतर आए या उतारे गए। स्थानीय एवं प्रदेश स्तर से कोई ठीक से वार्ता कर समझाकर बैठाने के प्रयास ही नहीं किए गए, जबकि यह संभव था।
उन्होंने पत्र में कहा कि 2009 के लोकसभा चुनाव में उन्हें भी वर्तमान में शीर्ष नेतृत्व पर मौजूद व्यक्ति ने हरवाने का काम किया। उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं की भावना को समझते हुए उचित कार्रवाई की जाए। उन्होंने पत्र की प्रतिलिपि गृह मंत्री अमित शाह एवं राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष को भी भेजी है।