कांग्रेस का टिकट मिलने के बाद टिकट कट जाने से नाराज संध्या डालाकोटी ने बागी के रूप में हरीश रावत के सामने चुनौती पेश कर दी है। लालकुआं में कांग्रेस-बीजेपी के बागियों की वजह से यहां मुकाबला बेहद दिलचस्प होने जा रहा है।
@शब्द दूत ब्यूरो (09 फरवरी, 2022)
उत्तराखंड की चुनावी रणभेरी बजने के बाद सभी पार्टियां अपनी कमर कसकर चुनावी मैदान में आ पहुंची हैं। राष्ट्रीय पार्टियों की बात करें तो चाहे बीजेपी हो, कांग्रेस हो या फिर आम आदमी पार्टी, सभी ने उत्तराखंड की राजनीति में अपने दावेदारों को मैदान में उतार दिया है।
उत्तराखंड की 70 विधानसभा सीटों पर 14 फरवरी को चुनाव होना है। इसमें सबसे दिलचस्प लालकुआं विधानसभा सीट बनी हुई है। यहां से कांग्रेस के कद्दावर नेता हरीश रावत चुनाव मैदान में हैं। लालकुआं विधानसभा की सीट से चुनावी मैदान में कुल 13 प्रत्याशियों ने अपने नामांकन कराए हैं।
नाम वापसी के दिन तक कयास लगाए जा रहे थे कि कुछ प्रत्याशी मैदान छोड़ सकते हैं लेकिन सभी ने अपनी किस्मत आजमाने का फैसला किया। बीजेपी ने अपने सिटिंग विधायक नवीन दुमका का टिकट काटकर बीजेपी से निष्कासित रहे मोहन बिष्ट पर भरोसा जताया। वहीं कांग्रेस में टिकट बंटवारे को लेकर काफी मंथन चला। कांग्रेस ने पूर्व विधायक रहे हरिश चंद्र दुर्गापाल के पर अपना भरोसा ना जताते हुए पूर्व ब्लाक प्रमुख संध्या डालाकोटी को मैदान में उतारा।
हालांकि कांग्रेस का यह गणित सफल नहीं हो पाया। कार्यकर्ताओं की आपसी कलह की वजह से संध्या डालाकोटी का भी टिकट काटकर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को लाल कुआं विधानसभा से कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी बनाकर उतारा। भारतीय जनता पार्टी में भी टिकट ना मिलने से नाराज हुए पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष और बीजेपी के कद्दावर नेता पवन चौहान ने भी बीजेपी से बगावत कर दी। उन्होंने निर्दलीय मैदान में चुनावी ताल ठोक दी।
चुनाव में अब बहुत ही कम समय बचा है, ऐसे में कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और बीजेपी प्रत्याशी मोहन बिष्ट व्यस्त हैं और घर-घर जाकर जनता से मिल रहे हैं। दोनों का खेल बिगाड़ने के लिए पार्टियों से बागी हुए निर्दलीय प्रत्याशी भी जनता के बीच जाकर अपने पक्ष में वोट मांग रहे हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि लालकुआं विधानसभा सीट से जनता किसको अपना समर्थन देते हुए विधानसभा पहुंचाती है।