@शब्द दूत ब्यूरो (23 जनवरी, 2022)
टिकट काटे जाने और टिकट के अरमान टूटने से भाजपा में दावेदारों और उनके समर्थकों की नाराजगी थमने का नाम नहीं ले रही है। परिवार के लोगों को टिकट दिए जाने के विरोध में देहरादून कैंट, काशीपुर विधानसभा सीट पर भी खुलकर नाराजगी सामने आई है। कुछ सीटों पर नाराज दावेदारों ने निर्दलीय चुनाव लड़ने की धमकी तक दे डाली है।
भाजपा ने टिकटों के आवंटन में बेशक एक परिवार एक टिकट का सिद्धांत कड़ाई से लागू तो किया, लेकिन वह परिवारवाद से नहीं बच पाई। पार्टी ने काशीपुर में विधायक हरभजन सिंह चीमा के बेटे त्रिलोक सिंह चीमा को टिकट दिया। इस सीट पर पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की नाराजगी खुलकर सामने आ गई है।
देहरादून कैंट सीट पर पार्टी ने विधायक रहे स्वर्गीय हरबंस कपूर की पत्नी सविता कपूर को उम्मीदवार बनाया। इस फैसले के खिलाफ कुछ दावेदार खुलकर सामने आ गए हैं। इसके अलावा विधायक कुंवर प्रणव चैंपियन की पत्नी कुंवरानी देवयानी को टिकट दिए जाने से भी कई पार्टी कार्यकर्ता असहज हैं। झबरेड़ा में टिकट कटने के डर से विधायक देशराज कर्णवाल पत्नी को उम्मीदवार बनाने की वकालत कर रहे हैं। लेकिन उनके विरोध में उतरा खेमा पार्टी पर दबाव बना रहा है कि परिवारवाद को बढ़ावा न दिया जाए।