@शब्द दूत ब्यूरो (24 अक्टूबर 2021)
काशीपुर में कांग्रेस महानगर अध्यक्ष संदीप सहगल का बहुचर्चित आडियो प्रकरण जितनी सुर्खियां बटोर रहा है उतना कांग्रेस पार्टी को नुकसान पहुंच रहा है। अब इस आडियो से संदीप सहगल को नुकसान हो या न हो यह अपने आप में बहस का मुद्दा है लेकिन इतना तय है कि कांग्रेस को इससे नुकसान पहुंचा है।
दरअसल कांग्रेस के स्थानीय नेताओं के बीच मनमुटाव को लेकर लंबे समय से शहर में चर्चा है। मीडिया में भी इसकी खबरें आती रही हैं। मीडिया की खबरें इस आडियो के बाद से पुष्ट हो गई हैं। आडियो मीडिया में लीक करने में किसी बड़े कांग्रेसी नेता का हाथ है यह तो जग जाहिर हो चुका है।
कांग्रेस को हराने में स्थानीय कांग्रेस नेताओं की ही अब तक सबसे बड़ी भूमिका रही है। हर बार के चुनाव में कोई न कोई कांग्रेस नेता चुनाव हराने के लिए जिम्मेदार रहा है। आडियो प्रकरण हालांकि संदीप सहगल को व्यक्तिगत नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से रचा गया और मीडिया तक पहुंचाया गया। मीडिया ने जो किया वह उचित था। लेकिन सवाल उठता है कि कौन है वह जो स्वयं की स्वार्थ सिद्धि के लिए लंबे समय से चुनाव हार रही कांग्रेस की आगामी चुनाव में फिर एक और संभावित हार की पटकथा लिख रहा हैं। कांग्रेस महानगर अध्यक्ष संदीप सहगल से शिकायत थी तो उसे सीधे पार्टी फोरम पर न उठाकर सार्वजनिक कर दिया गया और अपनी पार्टी की भी सार्वजनिक रूप से छीछालेदर कराकर जनता में क्या संदेश दिया गया? यह भी एक सवाल है।
पार्टी के अंदरूनी मतभेदों को सामान्यत पार्टी नेता सार्वजनिक रूप से जाहिर नहीं करते पर यहाँ तो किसी अपने ने ही नितांत व्यक्तिगत चर्चा को सार्वजनिक मंच दे दिया। आडियो में जो सवाल पूछे गये हैं वह दो विश्वसनीय लोगों के बीच की बात थी। और निजी बातचीत में कई बार व्यक्ति आफ द रिकॉर्ड कुछ कह जाता है।