@शब्द दूत ब्यूरो (5 अगस्त 2021)
काशीपुर। कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री तथा पीसीसी सचिव अलका पाल ने आशा वर्कर्स द्वारा अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार को अपना समर्थन देने के लिए राजकीय चिकित्सालय में पहुची।
बता दें कि राजकीय चिकित्सालय परिसर में 12- सूत्री मांगों को लेकर आशा कार्यकर्ताओं का कार्य बहिष्कार पर हैं। कांग्रेस नेत्री अलका पाल ने धरने स्थल पर पहुंचकर भाजपा सरकार को खरी-खोटी सुनाते हुए कहा कि कोविड-19 कि दूसरी लहर में आशा वर्कर्स ने जिस प्रकार से जान हथेली पर रखकर कार्य किया। उन्होंने कहा कि राज्य की भाजपा सरकार आशा वर्कर, आगनबाडी कार्यकर्ता, किसान और मजदूरों के हितों के प्रति गंभीर नहीं है l कोविड-19 की दूसरी लहर में आशा वर्कर्स ने घर-घर जाकर राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गई मेडिकल किट को आम जनता तक पहुंचा कर कोविड-19 की लड़ाई में सक्रिय योगदान दिया।
प्रदेश कांग्रेस सचिव अलका पाल ने कहा कि सरकार उनकी जायज मांगों को तत्काल संज्ञान में लेकर आशा वर्कर्स की 12- सूत्री मांगों को शीघ्र पूरा कराएं। उन्होंने चेतावनी दी कि वह खुद आशा वर्कर्स के समर्थन में आमरण अनशन पर बैठ जाएंगी।
कांग्रेस प्रदेश सचिव अलका पाल ने अपनी सामाजिक संस्था एच.पी. मेमोरियल समाज कल्याण समिति की ओर से एक समर्थन पत्र भी आशा वर्कर को देते हुए उन्हें पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया। इस अवसर पर स्नेह लता चौहान ,कमलेश, प्रेमा, सोनिया, लक्ष्मी, चित्रl,उमा सहित दर्जनों आशा कार्यकर्ती धरने स्थल पर उपस्थित थी।