@शब्द दूत ब्यूरो
दिल्ली में ऑक्सीजन की कमी और इससे कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज में हो रही परेशानी के मामले में सुनवाई करते हुए ऑक्सीजन सिलेंडर रिफिलर्स से कहा कि यह लोगों की मदद करने का समय है। लोगों को अपना अच्छा चेहरा दिखाने की जरूरत है, बुरा नहीं. इस वक्त गिद्ध मत बनिए।
दिल्ली हाईकोर्ट ने दिल्ली के उन पांच ऑक्सीजन रिफिलर्स के खिलाफ अवमानना का नोटिस जारी किया है जो कि आज सुनवाई के लिए कोर्ट के समक्ष पेश नहीं हुए थे, जबकि कोर्ट ने इसके लिए कल विशेष आदेश जारी किए गए थे। कोर्ट ने कहा कि यदि रिफिलर दिल्ली सरकार के पोर्टल को डेटा प्रदान नहीं करते हैं, तो उनके खिलाफ दिल्ली सरकार और सख्त कार्रवाई करे।
हाईकोर्ट ने दिल्ली सरकार पर फिर सवाल उठाया और कहा कि हम हैरान हैं कि एस सप्लायर 20 मीट्रिक टन ऑक्सीजन लेता है, जो एक बड़ा सप्लायर है, लेकिन वह सरकार के आदेशों का पालन नहीं कर रहा है। जरूर कुछ तो है। हाईकोर्ट ने सप्लायर से कहा कि अभी अस्पतालों को गैस भेजिए, नहीं तो हम आपको हिरासत में ले लेंगे, एक आदमी भी मरा तो आपको साथ में लटका देंगे।
हाईकोर्ट ने एक सप्लायर से कहा कि आप गैरजिम्मेदार हैं। लोग त्राहि-त्राहि कर रहे हैं और आप ऐसा कर रहे हैं। इस पर सप्लायर ने कहा कि आप जो कहेंगे, हम करेंगे। दिल्ली सरकार का अफसर चार दिन से बैठा है, वो बता नहीं रहा किसको देना है। हाईकोर्ट ने दिल्ली सरकार से कहा कि बस अब बहुत हुआ। अपने घर को दुरुस्त कीजिए. अगर नहीं कर सकते तो हमें बताइए। हम केंद्र को इन प्लांटों को टेकओवर करने को कहेंगे। बहुत लोग जान गवां चुके हैं।