काशीपुर । मुुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने राज्य के विकास प्राधिकरणों को लेकर दिये गये बयान पर आप के प्रदेश प्रवक्ता ने सवाल उठाये हैं।
पार्टी के प्रवक्ता मयंक शर्मा ने एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि मुख्यमंत्री खुद मान रहे हैं कि विकास प्राधिकरण केवल अधिकारियों और संबंधित नेताओं के लिए पैसे कमाने और पेट भरने का जरिया बन गया था। इसीलिए उन्होंने प्राधिकरण पर रोक लगाई। आप उनके इस निर्णय का स्वागत करती है लेकिन आप मुख्यमंत्री से ये भी पूछना चाहती है अगर आप मानते हैं विकास प्राधिकरण अधिकारियों के पैसे लूटने का जरिया था तो क्या सूबे के मुखिया होने के नाते आप ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों पर कोई कार्यवाही या जांच बैठाएंगे या नहीं ।
चार सालों में राज्य बदहाली के दौर में पहुंच गया अब चेहरा बदलने से नए मुखिया केवल पुरानी गलतियां पर बोलेंगे ही या उन पर जांच भी बैैठेंगे? ये बड़ा सवाल है । इसके अलावा जनता ये भी जानना चाहती हैं कौन कौन अधिकारी,नेता इसमें शामिल हैं ? इसके अलावा क्या पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत भी इसमें शामिल हैं क्या ?