काशीपुर । सूबे के मुख्यमंत्री बदल गये। चार साल बेमिसाल के कार्यक्रम रद्द हो गये। सत्ताधारी दल के संगठन का प्रदेश मुखिया बदल गया। लेकिन काशीपुर की कटोराताल पुलिस चौकी के पास मौत को दावत देता बिजली का खंभा नहीं बदला गया।
अब तो मायूस हो चुके इसके आसपास के लोग कहते हैं कि कुछ नहीं होगा। न तो सरकारी अधिकारी और न सरकार दोनों को ही जनता को हो रही परेशानी से कोई सरोकार नहीं है।
दरअसल पिछले कई वर्षों से यहाँ एक बिजली का खंभा टेढ़ा है। सरकारें बदलती रही। यहाँ तक कि इसी टेढ़े खंभे पर उत्तरांचल पावर कार्पोरेशन ने तार भी बदले। पर इस टेढ़े हो चुके खंभे से दुर्घटना की प्रतीक्षा की जा रही है। शायद किसी अनहोनी मुआवजा देने के लिए विभाग और सरकार तत्पर है। हालांकि मुआवजे की राशि से कम में खंभा सीधा हो जाये।
सवाल है कि मुख्यमंत्री बदलने से सत्ता में वापसी होगी या फिर ऐसे टेढ़े खंभों को बदलने से। शहर में तमाम जगह पर टेढ़े और गिरताऊ हालत के खंभे चार साल बेमिसाल का सबसे अच्छा उदाहरण हैं।