नई दिल्ली। कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलनरत किसानों ने कई राज्यों, खासकर- उत्तर प्रदेश और हरियाणा में रेल रोको आंदोलन चलाया। इसके तहत किसानों ने कई जगहों पर रेल पटरियों पर बैठकर प्रदर्शन किया और ट्रेनें रोकीं। कई जगहों पर पहले ही एहतियातन ट्रेनों को रोक दिया गया। वहीं, दिल्ली में दिल्ली पुलिस ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर फ्लैग मार्च किया।
सबसे पहले हरियाणा के सोनीपत, अंबाला और जींद में किसानों के पटरियों पर उतरने की खबर आई। यहां पर महिलाएं भी प्रदर्शन में शामिल हुईं। कुरुक्षेत्र में गीता जयंती एक्सप्रेस को रोका गया। वहीं दिल्ली-गंगानगर की इंटरसिटी को भी रोका गया। किसानों ने मोदीनगर स्टेशन पर पटरी को अवरुद्ध कर दिया, जिसके बाद ओडिशा के पुरी से चलकर उत्तराखंड के हरिद्वार जाने वाली उत्कल एक्सप्रेस को ग़ाज़ियाबाद रेलवे स्टेशन पर रोक दिया गया था। इस ट्रेन को दोपहर साढ़े तीन के लगभग यहां से रवाना किया गया।
रेलवे पुलिस फोर्स के डीजी अरुण कुमार ने बताया कि 15-20 जगहों पर ट्रेनों को रोका गया। दोपहर में तीन जगहों पर ट्रेनों को रोककर रखा गया था। उत्तर रेलवे के सीपीआरओ दीपक कुमार ने बताया कि आंदोलन शांतिपूर्ण रहा। उन्होंने बताया, ‘किसानों के रेल रोको आंदोलन की वजह से सिर्फ करीब 20 ट्रेनें आंशिक रूप से प्रभावित हुई। उत्तरी रेलवे ज़ोन में 5-6 राज्य आते हैं। उत्तर रेलवे ज़ोन में एक भी ट्रेन रद्द नहीं किया गया। कहीं भी हिंसा या उपद्रव की घटना नहीं हुई।