नई दिल्ली। कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ किसानों ने विरोध में कई रैलियां और सभाएं की हैं। अब अगली तैयारी रेल रोको आंदोलन की है। किसान संगठनों ने घोषणा की है कि 18 तारीख को देशभर में हजारों किसान रेल पटरियों पर बैठेंगे।
ऑल इंडिया किसान सभा के महासचिव हन्नान मुल्ला ने कहा कि किसान 18 तारीख को शांतिपूर्ण आंदोलन करेंगे। उन्होंने कहा, ‘रेल रोको आंदोलन भारत के इतिहास में कोई नया आंदोलन नहीं है। यह भी विरोध का एक तरीका है। ये सबकी नजरें खींचता है। सरकार से लेकर देशवासियों तक का। हम यह आंदोलन भी शांतिपूर्ण ढंग से करेंगे।
उन्होंने कहा कि ’18 तारीख को हज़ारों किसान दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक रेल पटरी पर बैठेंगे।’ उन्होंने आरोप लगाया कि किसानों की बात कोई नहीं सुन रहा है, जबकि किसान लगातार खुदकुशी कर रहे हैं। मुल्ला ने कहा, ‘हमारे 240 लोग अब तक मर चुके, कोई बात नहीं सुन रहा है। रोज हर दो घंटे में दो किसान खुदकुशी कर रहे हैं। हम सबको खिलाते हैं। हम बिना खाए मर रहे हैं। कोई देखने वाला नहीं है।’
उन्होंने कहा कि ‘ यह 15 दिन पुरानी घोषणा है। अचानक नहीं है। लोगों को तकलीफ़ होगी पर उनसे ज़्यादा तकलीफ हमारी है।हमने शुरू से कहा आंदोलन शांतिपूर्ण होगा तो हम जीतेंगे। अशांति होगी तो मोदी जीतेंगे।’