@शब्द दूत ब्यूरो
नई दिल्ली। कृषि कानूनों के खिलाफ दो महीनों से प्रदर्शन कर रहे किसान गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्ली में किसान ट्रैक्टर रैली निकाल रहे हैं, जिसकी सुरक्षा को लेकर चिंताएं उठ रही हैं, लेकिन रैली को बदनाम करने की साजिश को लेकर मिली खुफिया जानकारी से खुफिया एजेंसियों की नींद उड़ी हुई है। पुलिस सूत्रों से जानकारी मिली है कि किसानों की रैली को बदनाम करने के लिए आईएसआई और खालिस्तानी संगठन बड़ी साजिश रच रहे हैं।
खुफिया जानकारी मिली है कि इस रैली में भिंडरवाला के पोस्टर लगाने की साजिश हो रही है। वहीं, पूरी दिल्ली में पावर कट करने के इनपुट भी हैं, जिसके बाद सभी पावर स्टेशनों और सब स्टेशनों की सुरक्षा बढ़ाने के आदेश दिए गए हैं। ऐसी जानकारियां आने के बाद दिल्ली पुलिस समेत सभी खुफिया एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं। किसान संगठनों को भी अलर्ट रहने के लिए कहा गया है।
खुफिया एजेंसियों की जानकारी के मुताबिक खालिस्तानी संगठन सिख फ़ॉर जस्टिस के प्रवक्ता गुरपतवंत सिंह पन्नू ने कई वीडियो संदेश भेजे हैं, वहीं लगातार भारत में लोगों को फोन भी आ रहे हैं, जिसमें कहा जा रहा है कि ट्रैक्टर पर तिरंगा न लगाएं। बता दें कि गुरूपतवंत सिंह पन्नू के खिलाफ एनआईए ने 15 दिसम्बर 2020 को यूएपीए एक्ट के तहत केस दर्ज किया था।
इधर, दिल्ली पुलिस ने भी दावा किया कि किसानों की रैली में बाधा डालने के लिए पाकिस्तान से 300 से ज्यादा ट्विटर अकाउंट बनाए गए हैं। पुलिस के मुताबिक, ‘इस बात की पुख्ता जानकारी मिली है कि पाकिस्तानी आतंकी ट्रैक्टर रैली में गड़बड़ी फैलाने की फिराक में हैं, ऐसे 308 पाकिस्तानी ट्विटर हैंडल भी मिले हैं।’ इस बीच किसान संगठनों ने भी शांतिपूर्ण ढंग से ट्रैक्टर रैली निकालने की अपील की है।