नई दिल्ली। कृषि विधेयक पर बहस के दौरान राज्यसभा में हंगामा करने वाले आठ विपक्षी सांसदों को निलंबित कर दिया गया है। निलंबन के विरोध में निलंबित सांसदों ने संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के पास रातभर प्रदर्शन किया। राज्यसभा के उप सभापति हरिवंश प्रदर्शन कर रहे निलंबित सांसदों के लिए सुबह चाय लेकर पहुंच। निलंबित सांसदों ने उप-सभापति की चाय पीने से इनकार कर दिया।
बता दें कि तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन, आम आदमी पार्टी के संजय सिंह, कांग्रेस के राजीव साटव और सीपीएम के केके रगेश समेत निलंबित सांसद राज्यसभा से निकलने के बाद संसद के लॉन में प्रदर्शन पर बैठ गए। उनके पास तख्तियां थी, जिसमें लिखा था- “हम किसानों के लिए लड़ेंगे” और “संसद की हत्या”।
आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने उप सभापति की चाय से इनकार करने के बाद कहा, “हम लोग पूरी रात यहां धरने पर बैठे रहे हैं, देश के करोड़ों किसानों को न्याय दिलाने के लिए, देश के किसानों के खिलाफ जो काला कानून इस संसद में पास किया गया है उसके खिलाफ। उस दिन नियम-कानून को ताक पर रखकर किसान विरोधी बिल को पास कराया गया। बीजेपी के पास बहुमत नहीं था, हम वोटिंग कराने की मांग करते रहे, लेकिन आपने वोटिंग नहीं कराई। यहां हम किसानों के लिए बैठे हैं। किसानों के साथ धोखा हुआ है।”
बता दें कि उप सभापति के साथ बुरा बर्ताव और राज्यसभा में हंगामा करने की वजह से सदन के सभापति वेंकैया नायडू ने विपक्षी दलों के आठ सांसदों को सोमवार को एक हफ्ते के लिए निलंबित कर दिया है। सांसदों के निलंबन को लेकर विपक्षी दलों ने कड़ी प्रतिक्रिया जताई है।