अगर आप को कहा जाए कि एक बाग़ की कल्पना कीजिए, तो आप किसी खुली ज़मीन पर हरे और बड़े पेड़ों की कल्पना ही करेंगे। लेकिन एक शख़्स ऐसे हैं, जिन्होंने ज़मीन पर नहीं बल्कि अपनी छत को बाग़ में बदल डाला। उन्होंने अपने छत को आम के बगीचे में बदल दिया, जहां उन्होंने 40 किस्म के आम उगाए हैं।
इस शख्स का नाम है जोसफ फ्रांसिस। पेशे से एयरकंडिशन तकनीशियन 62 वर्षीय जोसफ एर्नाकुलम के रहने वाले हैं।टेक्नीशियन तो बन गए लेकिन किसानी का दामन नहीं छोड़ पाए क्योंकि खून में पुरखों की किसानी थी। उन्होंने गुलाब और मशरूम जैसी चीज़ों की खेती से शुरुआत की और आज आम भी उगा रहे हैं। वो वह छत पर कटहल, पपीता, करेला, भिंडी, टमाटर आदि भी उगाते हैं।
अपने बचपन को याद करते हुए जोसफ बताते हैं, “फोर्ट कोच्चि में मेरे नानी के घर कई तरह के गुलाब थे, जिन्हें मेरे मामा देश के कोने-कोने से लेकर आए थे। इससे मुझे काफी प्रेरणा मिली. अपनी पत्नी के साथ नए घर में शिफ्ट होने के बाद मैंने शुरुआत गुलाब से ही की थी।” इन सबके बाद अब जोसफ का रुझान आम की ओर बढ़ा, उन्होंने सोचा अगर आम बैग में उग सकते हैं, तो छत पर क्यों नहीं। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। उन्होंने बैग की जगह पीवीसी ड्रम्स में आम के पेड़ लगाने शुरू कर दिए।
उनका ये आईडिया और मेहनत काम कर गए क्योंकि आज उनकी छत पर अल्फांसो, नीलम, माल्गोवो समेत 40 से ज्यादा किस्म के आम हैं। कई पेड़ तो ऐसे हैं, जो एक साल में दो बार फल देते हैं। दिलचस्प बात है कि जोसफ ने ग्राफ्टिंग से एक नई किस्म बनाई है, जिसका नाम उन्होंने पत्नी के नाम पर पैट्रिशिया रखा है। जोसफ के इस अनोखे बाग को देखने लोग दूर-दूर से आते हैं।