नई दिल्ली। रविवार के दिन 21 जून को दिन में ही अंधेरा हो जायेगा और तारे नजर आयेंगे। जी हाँ 21 जून को लगने वाले सूर्य ग्रहण की वजह से भारत सहित दुनिया के कई देशों में अंधेरा छा जायेगा। यह ग्रहण भारत, दक्षिण पूर्व यूरोप व पूरे एशिया में देखा जा सकेगा।
यह सूर्य ग्रहण तीन घंटे 25 मिनट तथा 17 सेकेंड तक रहेगा और मिथुन राशि मंगल के मृगशिरा नक्षत्र में लगेगा। सूर्य ग्रहण में सूतक काल 12 घंटे पहले से ही लग जाएगा। 21 जून को लगने वाले सूर्य ग्रहण की आकृति कंकणाकार होगी और सूर्य वलयाकार दिखाई देगा। जब सूर्य ग्रहण चरम पर होता है तो सूर्य किसी चमकते हुए कंगन, रिंग या अंगूठी की तरह दिखते है। 24अक्टूबर 1995 में भी ऐसा ही सूर्य ग्रहण लगा था। उस समय दिन में ही ऐसा लगा मानो रात हो गई है।
21 जून को सुबह 9:15 बजे ग्रहण शुरू हो जाएगा और 12:10 बजे दोपहर में पूर्ण ग्रहण दिखेगा। इस दौरान कुछ देर के लिए अंधेरा सा छा जाएगा। इसके बाद 03:04 बजे ग्रहण समाप्त होगा। करीब 6 घंटे का लंबा ग्रहण होने की वजह से पूरी दुनिया में इसकी चर्चा हो रही है।
21 जून के इस सूर्य ग्रहण के समय सूर्य के वलय पर चांद अपने संपूर्ण आकार में दिखाई देगा। जबकि सूर्य का केंद्रीय भाग पूरी तरह से अंधेरा यानी काला दिखाई देगा। सूर्य के किनारे ही चमकते नजर आयेंगे। इस तरह का ग्रहण दुनिया में चुनिंदा स्थानों पर ही देखा जाता है। हालांकि कई जगहों पर ग्रहण दिखाई तो देता है लेकिन वह आंशिक होता है। खास बात यह है कि सूर्य ग्रहण के समय अक्सर दो चंद्र ग्रहण का भी संयोग होता है या। तो दोनों चंद्र ग्रहण सूर्य ग्रहण से पहले घटते हैं या बारी-बारी से एक पहले व एक बाद में लगता है। इस बार 21 जून को भी ऐसा ही हो रहा है। 5 जून को चंद्र ग्रहण लगा था और इसके बाद अब 5 जुलाई को भी चंद्र ग्रहण लगेगा।