@शब्द दूत ब्यूरो (01 दिसंबर 2023)
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मप्र विधानसभा चुनाव में लगता है 160 सीटें जीतकर ही मानेंगे। जेपी नड्ढा साहब शुक्रवार को अचानक ग्वालियर आये। उन्हें गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा दतिया ले जाने वाले थे, जैसे ही इस बात की भनक मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को लगी दोनों नड्ढा की अगवानी करने ग्वालियर आ धमके। दोनों ने डॉ मिश्रा का नड्ढा से अकेले में मिलने का प्लान फेल कार दिया। नड्ढा दतिया स्थित पीतांबरा पीठ में पार्टी को 160 सीटों पर विजय दिलाने के लिए विशेष पूजा-अर्चना कर रहे है । गृहमंत्री डॉ मिश्रा ने इस पूजा का प्रबंध किया है। यदि ये पूजा सफल हुई तो डॉ मिश्रा को मुख्यमंत्री बनाने के लिए संभावनाएं बढ़ जाएँगी।
पार्टी अध्यक्ष को अपने काबू में रखने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की कोशिशें भी बदस्तूर जारी है। वे पार्टी को 160 सीटें मिलने पर मुख्यमंत्री पद पर अपना दावा फिर रखना चाहते है। उधर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादीत्य सिंधिया ने नड्ढा को महल परिसर स्थित होटल उषा किरण में ठहरने का इंतजाम करा दिया है । वे रात को अकेले में नड्ढा से मिलकर विधानसभा चुनाव के बाद बनने वाली परिस्थितियों पर विचार विमर्श करेंगे। गौर तलब है के एक प्रमुख चैनल ने भाजपा को मप्र में 160 सीटें जीतने की भविष्यवाणी की है ,जबकि दूसरे तमाम चैनल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनवा रहे हैं।
सूत्रों का कहना है की सत्तारूढ़ भाजपा ने मतगणना के दौरान नौकरशाही को अपने ढंग से काम करने के लिए तैयार किया है। ताकि जिन सीटों पर कम मतों से जीत-हार होती दिखाई दे वहां नौकरशाही खेल दिखा सके। मप्र में पिछले चुनाव में दो दर्जन से ज्यादा सीटें बहुत कम अंतर् से जीती-हारी गयीं थीं। इस चुनाव में ग्वालियर-चंबल अंचल से शिवराज सिंह चौहान मंत्रिमंडल के आधा दर्जन मंत्रियों के साथ ही केंद्रीय कृषिमंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की प्रतिष्ठा भी दांव पर है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का भविष्य भी इन्हीं विधानसभा चुनावों के नतीजे ही तय करेंगे । यदि भाजपा 160 सीटें जीत गयी तो सिंधिया का सितारा तेजी से चमक उठेगा,अन्यथा उन्हें ध्रुव टारे की तरह एक कौन में टिमटिमाना पड़ेगा।
मतगणना से ठीक पहले ग्वालियर में जेपी नड्ढा की मौजूदगी से कांग्रेसियों की नींद उड़ गयी है। वे संभाग भर में मतगणना के दौरान और ज्यादा सतर्कता बरतने को विवश हो गए हैं।