@विनोद भगत
दीपिका पादुकोण के जेएनयू जाने के बाद सोशल मीडिया पर उनके विरोध शुरू हो गया है। यहाँ तक कि इसके लिये एक झूठ फैलाया जा रहा है। झूठ भी ऐसा कि उसके लिए धर्म का सहारा लिया जा रहा है। सोशल मीडिया पर कहा जा रहा है कि एसिड अटैक के आरोपी को फिल्म में हिन्दू दिखाया गया है जबकि वास्तविक रूप से से एसिड अटैक करने वाला नदीम था।
जेएनयू जाने से आक्रोशित लोगों का कहना है कि इस फिल्म के माध्यम से धर्म को बदनाम करने की कोशिश की गई है। साथ ही दीपिका की फिल्म का बायकाट करने की अपील भी की गयी है।
लेकिन वास्तव में क्या ऐसा ही है? 8 जनवरी को ट्विटर पर राजेश और नदीम खान नाम छा गये। साथ ही फिल्म मेकर्स की मंशा पर भी संदेह किया जाने लगा। कहा जाने लगा कि फिल्म में लक्ष्मी पर तेजाब फेंकने वाले शख्स का नाम ही नहीं धर्म भी बदला गया है। उसका रियल नाम नदीम खान है जिसे फिल्म में राजेश कर दिया गया है। हालांकि ये सच नहीं है। जबकि फिल्म में एसिड फेंकने वाले का नाम राजेश नहीं बल्कि बशीर खान उर्फ बब्बू है। फिल्म में नाम की मदद से एसिड फेंकने वाले शख्स का धर्म बदलने की बात पूरी तरह से गलत है।
सोशल मीडिया की छोड़ दीजिए केन्द्रीय पर्यावरण और वन मंत्रालय संभालने वाले बाबुल सुप्रियो ने भी बयान दिया, “जब आप कहते हैं कि कहानी के सभी पात्र और घटनाएं काल्पनिक हैं तो आप पूरी तरह से हिप्पोक्रेसी दिखा रहे होते हैं। जब आप नाम बदलते हैं तो आप उसी के साथ धर्म भी बदल देते हैं।
बाबुल ने कहा कि ये सब जान बूझकर किया गया है. उधर भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सासंद सुब्रमण्यम स्वामी ने एक वकील के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए कहा कि इस कारण दीपिका पादुकोण और उनकी फिल्म छपाक के खिलाफ लीगल नोटिस ड्राफ्ट कर रहे हैं यदि उन्होंने एसिड फेंकने वाले का नाम मुस्लिम से बदलकर हिंदू किया है।
पर वास्तव में फिल्म की कहानी है क्या? शब्द दूत आपको छपाक की इस कहानी से अवगत करा रहा है। पूरी फिल्म की कहानी तो नहीं पर जिस बात को लेकर देश में कुछ लोगों द्वारा जो प्रोपेगेंडा फैलाया जा रहा है उसकी हकीकत से आपको रूबरू कराने के उद्देश्य से एक छोटा सा अंश दिया जा रहा है।
मालती के फोन में पुलिस को ढेर सारे लड़कों के नंबर्स मिलते हैं। इनमें से एक राजेश है, जो मालती को शायरियां भेजता है। वो दोनों साथ स्कूल जाते थे, और ऑलमोस्ट गर्लफ्रेंड-बॉयफ्रेंड थे। ये बात मालती कोर्ट में भी बताती है। मालती के घर के बगल में एक मुस्लिम परिवार रहता है, जिनका कपड़ा सिलाई का काम है। इस घर के बड़े लड़के का नाम है बशीर खान उर्फ बब्बू। बशीर को मालती बब्बू भैया बुलाती है।
एक दिन राजेश और मालती को साथ देखकर बब्बू चिढ़ जाता है। वो राजेश को मार-धमकाकर भगा देता है। इसके बाद मालती के साथ काफी पज़ेसिव बिहेव करने लगता है। मालती कहती है सॉरी बब्बू भइया। तो बोलता है कि मैं तेरा भैया नहीं हूं। रात को मालती को फोन करता। मालती फोन नहीं उठाती, तो बब्बू i love you का मैसेज भेजता है। मालती फोन ऑफ कर देती है। फिर वो दोबारा राजेश और मालती को साथ देखकर फ्रस्ट्रेट हो जाता है। और मालती पर एसिड फेंक देता है।